नई दिल्ली: आईएएनएस सी-वोटर स्टेट ऑफ द नेशन 2021 के सर्वे में सामने आया है कि देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन उन राज्यों ने किया है, जहां ना तो एनडीए की सरकार है और ना ही कांग्रेस की।
संतुष्टि के स्तर में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 78 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ इस सूची में टॉप पर हैं।
वहीं इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल 77 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर हैं।
सबसे हैरानी की बात यह है कि कृषि कानूनों के विरोध की सफलता का श्रेय भले ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को दिया जा रहा है लेकिन उन्हें बहुत ही कम महज 9 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग मिली है।
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संतुष्टि तालिका में सबसे अधिक 55 प्रतिशत से अधिक अप्रूवल रेटिंग मिली है।
सबसे अच्छे मुख्यमंत्री की इस दौड़ में भाजपा शासित राज्यों-गोवा, हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिनको संतुष्टि के स्तर पर मिली अप्रूवल रेटिंग के आंकड़े एक अंक के हैं।
उत्तराखंड के त्रिवेंद्र सिंह रावत को बहुत कम 0.41 प्रतिशत रेटिंग मिली, वहीं हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर को 8.2 प्रतिशत और गोवा के प्रमोद सावंत को केवल 4.9 प्रतिशत रेटिंग मिली।
दूसरी ओर केरल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने संतुष्टि के पैमाने पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों ने 60 प्रतिशत से अधिक का स्कोर किया।
केरल में सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चे के पिनाराई विजयन का शासन है और आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी की सरकार है।
हैरानी की बात है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और उनकी अप्रूवल रेटिंग 22 प्रतिशत है।
जबकि वह बहुमत के साथ सरकार में आए और स्थानीय निकाय चुनावों में भी उन्होंने अच्छी टक्कर दी।
एक और आश्चर्य तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी लेकर आई हैं।
चुनावों के बेहद करीब पश्चिम बंगाल में वे अपना जलवा कायम रखे हुए हैं।
भले ही वह सूची में टॉप पर नहीं है लेकिन उन्हें संतुष्टि के स्तर पर 52 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग मिली है।
तीसरे कार्यकाल के लिए लड़ने को तैयार बनर्जी को भाजपा कड़ी टक्कर दे रही है।
बीजेपी के एकमात्र मुख्यमंत्री जो लोकप्रियता और संतुष्टि चार्ट पर पकड़ बनाए हुए हैं, वो हैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान।
संतुष्टि तालिका में वे 50 प्रतिशत का आंकड़ा छूने में सफल रहे हैं, जबकि भाजपा का अन्य कोई मुख्यमंत्री ऐसा नहीं कर पाया।
सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नतीजे तो उत्तर प्रदेश में मिले, जहां भाजपा के पोस्टर बॉय योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं।
वे लॉकडाउन की पूरी अवधि के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम रहे।
वे अभी भी बहुत अच्छी स्थिति में नजर आते हैं लेकिन सर्वे में उन्हें काफी कम केवल 35 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग ही मिली।
जबकि केजरीवाल और पटनायक उनसे दोगुनी रेटिंग पाने में सफल रहे।
यहां तक कि हाई-प्रोफाइल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बिहार में 36 प्रतिशत रेटिंग ही मिली, जबकि उन्हें बिहार में सुशासन कुमार के रूप में जाना जाता था।
यह सर्वे देश की सभी 543 सीटों के 30 हजार से अधिक लोगों के बीच सर्वेक्षण किया गया है।