नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री (Telangana CM) के. चंद्रशेखर राव (K. Chandrasekhar Rao) की बेटी और विधान परिषद सदस्य के. कविता (K. Kavita) सोमवार को दिल्ली आबकारी नीति घोटाले (Delhi Excise Policy Scam) के सिलसिले में दूसरे दौर की पूछताछ में शामिल होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मुख्यालय पहुंचीं।
गुरुवार (16 मार्च) को उनसे दूसरे दौर की पूछताछ की जानी थी, लेकिन वो नहीं पहुंची, यह कहते हुए कि वह E.mail के माध्यम से जवाब देंगी।
इस पैसे का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान किया
उसके बाद, ED ने उन्हें 20 मार्च को जांच में शामिल होने के लिए एक और समन भेजा।
अपनी पहली उपस्थिति के दौरान, उनका सामना हैदराबाद के बिजनेसमैन (Businessman) अरुण पिल्लई से हुआ था, जिन्होंने साउथ ग्रुप (South Group) का प्रतिनिधित्व किया, जिसने कथित तौर पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।
इस पैसे का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Assembly Elections) के दौरान किया गया था।
पिल्लई ने कहा है कि वह कविता के सहयोगी थे
पिल्लई ने कहा है कि वह कविता के सहयोगी थे।
ED ने 15 मार्च को BRS MLC के पूर्व ऑडिटर और साउथ ग्रुप के सदस्य बुच्ची बाबू का बयान दर्ज किया था।
कविता ने कहा है कि वह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से कभी नहीं मिलीं।
सिसोदिया को CBI और ED ने गिरफ्तार किया है। कविता का कहना है कि इस मामले में उनका नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है।
ED के मुताबिक, कविता भी आबकारी नीति मामले में साउथ ग्रुप के प्रतिनिधियों में से एक हैं।