प्रयागराज: Bareilly District Jail में बंद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के भाई अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी को पुलिस ने दबोच लिया।
SOG (स्पेशल आपरेशन ग्रुप) की टीम ने सोमवार रात करीब 11 बजे सैटेलाइट चौराहे पर स्थित उसे गाड़ी में ले जाती नजर आई।
इसका वीडियो भी सामाने आया है। हालांकि SSP प्रभाकर चौधरी ने इससे इनकार किया है।
6 सेकंड की Video की शुरुआत में लल्ला गद्दी सेटेलाइट चौराहे पर ओवर ब्रिज (Over Bridge) के नीचे खड़ा दिखाई दे रहा है।
तभी SOG प्रभारी सुनील शर्मा सरकारी गाड़ी से पहुंचते हैं और उसे अपने साथ गाड़ी में बैठा कर ले जाते हैं।
हत्याकांड की साजिश रचने वालो से मुलाकात करता था अशरफ
प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने में बरेली जेल में बंद अशरफ का नाम सामने आने के बाद से पुलिस लल्ला गद्दी की तलाश कर रही थी।
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) की साजिश रचने वालों की मुलाकात अशरफ से कराने में मदद करता था।
लल्ला गद्दी के साथ अशरफ का साला सद्दाम की शामिल था। सद्दाम पीलीभीत बायपास (Pilibhit Bypass) स्थित खुशबू एनक्लेव किराए के मकान में रहता था।
पुलिस ने बिथरी थाने में लल्ला गद्दी और सद्दाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसकी जांच SIT कर रही है।
उमेश पाल की हत्या की बनाई थी योजना
उधर, जेल में अशरफ से अवैध तरीके से मुलाकात कराने के मामले में जेलर और डिप्टी जेलर (Deputy Jailer) समेत सात निलंबित हो चुके हैं। दोस्त भाइयों के साथ कई लोग गिरफ्तार भी हो चुके हैं।
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटरों समेत नौ लोगों ने 11 फरवरी को अशरफ से जिला जेल में मुलाकात कर उमेश पाल की हत्या की योजना बनाई थी।
CCTV फुटेज से फिलहाल चार लोगों की पहचान SIT ने कर ली है। उमेश पाल की हत्या की योजना साबरमती जेल (Sabarmati Jail) गुजरात और बरेली की जिला जेल में बनाई गई थी।
11 फरवरी को नौ लोगों ने यहां बंद पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ से मुलाकात की थी। हालांकि, यहां के अधिकारी लगातार इस बात से इंकार कर रहे थे।
SIT CCTV कैमरों की फुटेज में मौजूद लोगों की कर रही जांच
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) और प्रयागराज से मिले इनपुट के आधार पर तत्कालीन SSP अखिलेश चौरसिया ने CO थ्री के नेतृत्व में SIT गठित कर मामले की जांच शुरू कराई तो मामला परत दर परत खुलता चला गया।
जेल के CCTV कैमरों की फुटेज लेकर SIT उन लोगों को चिह्नित करने में जुटी है, जो अशरफ से मिलने आते थे।
खासतौर से योजना को अंतिम रूप देने के लिए 11 फरवरी को होने वाली मुलाकात अहम है। इस दिन नौ लोगों ने अशरफ से मुलाकात की थी।
फुटेज को बरेली पुलिस (Bareilly Police) के साथ ही प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) को भी भेजकर पता कराया गया।
अतीक का बेटा करता था शूटरों के गैंग की अगुवाई
जांच में जिन लोगों के चेहरे पहचान में आए हैं, उनमें अतीक का बेटा असद शामिल है जो उमेश की हत्या करने वाले शूटरों के गैंग की अगुवाई कर रहा था।
साथ ही उस्मान उर्फ विजय चौधरी, अरमान और गुलाम के नाम शामिल हैं। जेल अधिकारियों और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की जा रही है।
बृहस्पतिवार को जिला जेल में पहुंचकर SIT ने फिर जांच की। जेल अधीक्षक पर भी कार्रवाई तय मानी जा रही है। उनके खिलाफ कुछ और साक्ष्य टीम को मिले हैं।
हालांकि वह खुद को पाक-साफ दिखाने की कोशिश में लगे हैं और शिवहरि व मनोज गौड़ जैसे छोटे कर्मचारियों पर ही सारा ठीकरा फोड़ रहे हैं।