रांची: IAS राजीव अरुण एक्का (Rajeev Arun Ekka) मंगलवार को दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्यालय पहुंचे। ED के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
ED ने सोमवार को करीब दस घंटे तक 1994 बैच के झारखंड कैडर (Jharkhand Cadre) के IAS अधिकारी राजीव अरुण एक्का से पूछताछ की थी।
ED अधिकारी उनसे जानना चाहते हैं कि मनी लांड्रिंग (Money Laundering) के संदिग्ध विशाल चौधरी के पास उनके विभाग के आधिकारिक दस्तावेज कैसे मिले।
एक्का को ED ने निजी तौर पर रिकॉर्ड किए गए कुछ वीडियो क्लिप दिखाए
एक्का को ED ने निजी तौर पर रिकॉर्ड किए गए कुछ वीडियो क्लिप दिखाए। इनमें वह विशाल चौधरी के साथ नजर आ रहे हैं। इसमें एक ऐसी क्लिप है जिसमें वह एक आधिकारिक फाइल को देख रहे हैं और उस पर हस्ताक्षर कर रहे हैं।
बैकग्राउंड (Background) में विशाल चौधरी के रूप में पहचाने जाने वाला व्यक्ति भुगतान के बारे में बात कर रहा।
एक्का ED के रडार पर आए
एक्का को 15 मार्च को हाजिर होने को कहा गया था, तब उन्होंने विधानसभा सत्र चलने का हवाला देकर ईडी से समय मांगा था। ED ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए 27 मार्च की तारीख तय की थी।
ब्लैक मनी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपित विशाल चौधरी के साथ संबंध की पुष्टि होने के बाद एक्का ED के रडार पर आए हैं।
सरकार ने राजीव अरुण एक्का को प्रधान सचिव, पंचायती राज बनाया
उल्लेखनीय है कि पांच मार्च को BJP कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में BJP विधायक दल के नेता व पूर्व CM बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और गृह सचिव राजीव अरुण एक्का पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक Video Clip जारी की थी।
मरांडी ने आरोप लगाया था कि जिस विशाल चौधरी के घर ED ने छापेमारी की थी, उसके निजी कार्यालय (Private Office) में बैठ कर वह सरकार के गृह विभाग की फाइलें निपटा रहे हैं।
इस Video में बगल में एक महिला है, जो सचिव राजीव अरुण एक्का को फाइल दिखाने में सहयोग कर रही है। वह महिला विशाल चौधरी की स्टाफ है। Video सार्वजनिक होने के बाद सरकार ने राजीव अरुण एक्का को CM के प्रधान सचिव, गृह कारा सचिव के पद से हटा कर प्रधान सचिव, पंचायती राज बनाया है।