जमुई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जमुई के नागी नकटी पक्षी आश्रयणी में प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव कलरव का औपचारिक उद्घाटन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं।
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि इस तरह का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाएगा।
तीन दिनों तक चलने वाले इस पक्षी महोत्सव की शुरूआत शुक्रवार को हो गई है।
नीतीश कुमार ने शनिवार को यहां पहुंचने पर लोगों को संबांधित करते हुए कहा कि जमुई का यह स्थल पक्षियों के लिए बेहतर जगह है। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री यहां जमुई नागी डैम में नौका विहार किया तथा संचेतना केंद्र का भी उद्घाटन किया।
महोत्सव के मौके पर विभाग द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण किया।
उल्लेखनीय है कि एक ओर जहां बर्ड लू की आशंका को लेकर राजय में अलर्ट है, वहीं एक ओर पक्षियों के प्रति लोगों के संवेदनशील बनाने के लिए पक्षी महोत्सव का भी आयोजन किया गया है।
इस महोत्सव में देश के विभिन्न क्षेत्रों में पक्षियों के जानकार और वैज्ञानिक पहुंचे हैं, जो यहां शोध भी कर रहे हैं।
जमुई वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यजीत कुमार और भागलपुर के वन प्रमंडल पदाधिकारी भारत चिंतापल्ली के अनुरोध पर वैज्ञानिक दल यहां पहुंचा है।
इस दल में बीएनएचएस के सहायक निदेशक और वेटलैंड्स इंटरनेशनल के जलपक्षी गणना के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. सथिया सेलवम, राज्य समन्वयक अरविन्द मिश्रा, डॉ. निशा सिंह, डॉ. सुब्रत देबता और शोधार्थी श्रद्घा सिन्हा के अलावा पक्षी प्रेमी राहुल कुमार और जमुई के अविनाश कुमार शामिल हैं।
अरविंद मिश्रा ने बताया कि इस आश्रयणी में करीब 150 प्रजातियों के पक्षी हैं, जिसमें 45 से 50 प्रजाति प्रवासी हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रत्येक वार राज्य पक्षी महोत्सव का आयोजन किए जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बिहार में ना केवल पक्षियों का संवद्र्घन होगा, बल्कि लोगों की जागरूकता भी पक्षियों के प्रति बढ़ेगी।