इंदौर: Madhya Pradesh की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर (Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple) में राम नवमी (Ram Navami) के दिन हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 35 हो गई है। मृतकों में 18 महिलाएं और लड़कियां हैं।
अभी भी बावड़ी के मलबे में दबे बाकी लोगों की तलाश जारी है। करीब 20 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। महू से आए सेना (Army) के जवान मलब में दबे लोगों को खोजने में लगे हुए हैं। NDRF की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है।
40 फीट गहरी बावड़ी
ये सभी लोग मंदिर के अंदर स्थित बावड़ी के ऊपर डले स्लैब पर बैठकर पूजा कर रहे थे। इस दौरान स्लैब अचानक से धंस गया। इससे 30 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर पड़े। बावड़ी करीब 40 फीट गहरी है। उसमें 4 से 5 फिट तक पानी भरा हुआ था।
घटना की सूचना पाकर पुलिस ने स्थानीय लोगों (Local People) की मदद से रस्सियों के सहारे कुएं से लोगों को निकालने को कोशिश की।
मौके पर NDRF की टीम भी मौजूद
कुएं से करीब 18 घायलों को निकाला गया। इस हादसे में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं घायल हुए लोगों में से दो लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई।
नगर निगम (Municipal Council) तीन पंपों की मदद से बावड़ी से पानी निकालने में लगा हुआ है। साथ ही Oxygen के साथ गोताखोरों को कुएं में उतारा गया है। मौके पर NDRF की टीम भी मौजूद है। बताया जा रहा है कि बावड़ी में काफी दलदल है।
आर्मी के 70 जवान तैनात
गुरुवार रात 11 बजे महू से आर्मी के करीब 70 जवान पहुंचे। इन जवानों ने लापता लोगों की तलाश बाबड़ी में शुरू की।
सेना के ये जवान झूला बवाकर बावड़ी के अंदर झूला बनाकर उसमें जवानों को बैठाकर बावड़ी में लगे सरिए को कटर मशीन (Cutter Machine) से काटा। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कुछ लोग यहां दबे हुए हैं।