रांची : Jharkhand के बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Consumers) को अप्रैल माह में झटका लग सकता है, क्योंकि बिजली की दरें बढ़ सकती हैं।
दरों में कितनी वृद्धि होगी, इसका फैसला नियामक आयोग द्वारा 1 से 13 अप्रैल के बीच जनसुनवाई के बाद लिया जाएगा।
जान लें कि झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड (Jharkhand State Electricity Distribution Corporation Limited) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बिजली दरों में 20 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव निर्धारण नियामक आयोग (Proposal Scheduling Regulatory Commission) को सौंपा है।
तर्क दिया है कि उसे सालाना 7400 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। साल 2020 से ही बिजली दरों को बढ़ाया नहीं गया है।
13 अप्रैल के बाद कभी भी बढ़ सकती हैं दरें
गौरतलब है कि JBVNL की ओर से दाखिल टैरिफ पीटिशन (Tariff Petition) के आधार पर सुनवाई होगी।
यहां अलग-अलग उपभोक्ताओं से पीटिशन पर चर्चा होगी। 13 अप्रैल के बाद कभी भी आयोग बिजली की नई दरें घोषित कर सकता है।
आपत्ति और सुझाव उपभोक्ताओं से लेना है। बिजली दर निर्धारण नियामक आयोग ने JBVNL को निर्देश दिया है कि प्रस्ताव पर आपत्ति और सुझाव उपभोक्ताओं से लेना है।
कब कहा न होगी जनसुनवाई
बिजली दर (Power Rate) निर्धारण नियामक आयोग ने 3 अप्रैल को डाल्टनगंज (टाउन हॉल), 5 अप्रैल को पिल्लई हॉल (चाईबासा), 10 अप्रैल को कन्वेंशन सेंटर एग्रीकल्चर पार्क (दुमका) 11 अप्रैल को शिल्पग्राम सभागार (देवघर), 12 अप्रैल को गोल्फ मैदान (धनबाद) और 13 अप्रैल को आईएमए हॉल (रांची) में जनसुनवाई की जगह और तारीख तय की है। यहीं उपभोक्ताओं के सुझाव मांगे जाएंगे।