लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 2005 के विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) में नाम आने के बाद 18 सालों से फरार चल रहे शार्पशूटर अब्दुल कवि (Sharpshooter Abdul Kavi) ने लखनऊ CBI कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
CBI के एक वकील ने पुष्टि की कि अतीक के सहयोगी अब्दुल कवि ने आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया था और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में जेल भेज दिया गया था।
कवी के सिर पर था 1 लाख का इनाम
कवी के सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था। प्रयागराज जोन (Prayagraj Zone) के अतिरिक्त महानिदेशक (DG) भानु भास्कर ने कहा, पुलिस की कई टीमों द्वारा कवि का देश भर में पीछा करने के बाद दबाव के आगे झुकते हुए, उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस की 15 टीमों ने मुंबई, पुणे, हैदराबाद, रायपुर, सतना, कटनी, जबलपुर, प्रयागराज, जालौन, चित्रकूट, श्रावस्ती, मेरठ और सहरानपुर में तलाशी ले रही थीं।
परिवार के 19 सदस्यों को किया गया गिरफ्तार
DG ने कहा कि कवि के भाई, बहन, बहनोई और अन्य सहित परिवार के 19 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक महीने में उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों के 28 शस्त्र लाइसेंस (Arms License) रद्द किए गए।
मार्च के पहले सप्ताह में, कवि के बड़े भाई अब्दुल कादिर को कौशाम्बी पुलिस (Kaushambi Police) ने अपने घर में अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
5 महिलाओं समेत 11 लोगों के खिलाफ FIR
सराय अकील थाना क्षेत्र के भाकंडा गांव में कवि के घर पर छापेमारी के दौरान कौशांबी पुलिस ने एक रायफल, चार देसी पिस्तौल, कई जिंदा कारतूस और दीवारों में छिपाकर रखे गए दो चाकू बरामद किए थे।
इस सिलसिले में 5 महिलाओं समेत 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज (FIR) की गयी थी।
FIR में नामित लोगों में अब्दुल कवि, उनके पिता अब्दुल गनी, कवि की पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल कादिर और अन्य शामिल हैं।