Akanksha Dubey Death Case : भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे (Akanksha Dubey) को आत्महत्या (Suicide) के लिए उकसाने के आरोपी गायक समर सिंह (Samar Singh) और संजय सिंह के खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट (NBWA) जारी किया है।
दोनों आरोपियों के खिलाफ कुर्की का वारंट प्राप्त करने के लिए अदालत में कमिश्नरेट की पुलिस की ओर से प्रार्थना पत्र (Application) दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस दोनों पर अब इनाम घोषित करने की तैयारी में है।
सारनाथ थाना में 27 मार्च को दर्ज किया गया था मुकदमा
Bhojpuri Actress आकांक्षा दुबे बीते 26 मार्च को सारनाथ क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे में मृत मिली थीं।
आकांक्षा दुबे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में भोजपुरी गायक समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह (Sanjay Singh) के खिलाफ सारनाथ थाने में 27 मार्च को मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस की पांच टीमें लगातार दे रही दबिश
दोनों की तलाश में लगातार दबिश के साथ ही कार्रवाई के क्रम में बुधवार को समर और संजय के खिलाफ कमिश्नरेट की पुलिस ने Look Out नोटिस जारी किया था। ताकि, दोनों देश छोड़ कर भागने न पाएं।
उधर, इस संबंध में गुरुवार को पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन (Ashok Jain) ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post Mortem Report) से स्पष्ट है कि आकांक्षा दुबे ने फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।
उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। दोनों जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
SP नेताओं ने समर सिंह को दिया है संरक्षण- आकांक्षा दुबे की मां का आरोप
भोजपुरी गायक समर सिंह उर्फ समरजीत सिंह (Samarjit Singh) और उसके भाई संजय सिंह को समाजवादी पार्टी (SP) के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। इसलिए दोनों के खिलाफ पुलिस प्रभावी तरीके से कार्रवाई नहीं कर रही है।
यह आरोप भोजपुरी अभिनेत्री Akanksha Dubey की मां मधु दुबे ने गुरुवार को लगाया। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं के संरक्षण की वजह से ही हमारा मुकदमा सही धाराओं में दर्ज नहीं किया गया।
CM योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से हमारा अनुरोध है कि अपनी देखरेख में निष्पक्ष जांच करा कर हमें न्याय दिलाएं।
पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा
आकांक्षा की मधु दुबे के अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी (Shashank Shekhar Tripathi) ने बृहस्पतिवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया। मधु दुबे का आरोप है कि आकांक्षा दुबे की मौत के संबंध में उनके द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया।
प्रकरण में पुलिस प्रभावी तरीके से कार्रवाई भी नहीं कर रही है। मधु दुबे ने अदालत से अनुरोध किया है कि उनकी बेटी की मौत से संबंधित मुकदमे की केस डायरी के साथ विवेचक को तलब कर विवेचना का पर्यवेक्षण किया जाए।
मधु दुबे की मांग पर अदालत ने आदेश दिया है कि 10 अप्रैल को प्रार्थना पत्र के संदर्भ में प्रगति आख्या संबंधित थाने द्वारा पेश की जाए।