बोकारो/रांची: गोमिया प्रखंड के 630 पारा शिक्षकों को कुछ तकनीकी कारणों से मानदेय का भुगतान नहीं होने पर विधायक ने इसे गंभीरता से लिया है।
विधायक ने साफ़ लफ़्ज़ों में कहा कि प्रखंड के सभी पारा शिक्षकों का वेव पोर्टल पर एक महीने के अंदर पोर्टल डाटा इंट्री की जाए और पारा शिक्षकों की डाटा इंट्री के बाद मानदेय भुगतान की कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर पारा शिक्षकों का मानदेय नहीं रुके, यह सुनिश्चित किया जाए।
इसी प्रकार डाटा इंट्री में देरी के कारण किसी भी पारा शिक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
तेनुघाट अतिथि भवन में गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने शनिवार को जिला शिक्षा अधीक्षक सहित विभाग के अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में गोमिया विधानसभा क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की स्थिति व पारा शिक्षकों के मामले को लेकर बातचीत की।
स्थाईकरण एवं वेतनमान नियमावली की मांग के लिए सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा
बता दें की इधर रविवार को पारा शिक्षकों ने स्थाईकरण एवं वेतनमान नियमावली की मांग के लिए सीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा। पारा शिक्षकों ने बताया कि पारा शिक्षक करीब अठारह वर्ष से अपनी सेवा दे रहे हैं।
बावजूद आज तक उन लोगों का स्थाईकरण नहीं किया गया है। ना ही उनलोगों को वेतन दिया जा रहा है।
मानदेय पर वह लोग काम कर रहे हैं। जबकि वे लोग भी सरकारी शिक्षक की तरह ही काम कर रहे हैं।
पूर्व सरकार में पारा शिक्षकों के स्थाईकरण का आश्वासन दिया था। इस सरकार से आम लोगों को उम्मीदें भी हैं। इसलिए उन लोगों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए।
पारा शिक्षकों का ‘वादा पूरा करो प्रदर्शन’ किया
स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर पारा शिक्षकों ने रविवार को सत्ताधारी दलाें के 47 विधायकों के पैतृक आवास पर ‘वादा पूरा करो प्रदर्शन’ किया।
मांग पत्र सौंपा। कहा-अब आश्वासन नहीं, रिजल्ट चाहिए। इस पर सभी विधायकों ने कहा कि वे उनकी मांग के साथ हैं और पूरा सहयोग करेंगे।
दुमका में आवास घेराव कार्यक्रम के दौरान झामुमो विधायक बसंत सोरेन खुद वहां पहुंचे और कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि पारा शिक्षकों की यह समस्या वर्षों से लंबित है।
पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में उनके साथ क्या व्यवहार किया गया, वे इस बारे में कुछ नहीं कहेंगे, पर अब सरकार बदल गई है।
हेमंत सरकार में मांग होगी पूरी
हेमंत सरकार में उनकी मांग जरूर पूरी होगी। एक जनप्रतिनिधि के तौर पर वे मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
बेरमो के कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह ने कहा कि वे पारा शिक्षकों के साथ हैं। सरकार ने इस बार अगर इनकी बात नहीं सुनी तो वे पारा शिक्षकों के साथ सड़कों पर उतरेंगे।
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक ने बताया कि पारा शिक्षक अब 24 जनवरी को सभी मंत्रियों के आवास का घेराव करेंगे।
वहीं 10 फरवरी को राजधानी में सीएम आवास के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।
पारा शिक्षकों की मुख्य मांगें
सूबे के सभी 6500 पारा शिक्षकों के स्थायीकरण व वेतनमान के लिए प्रस्तावित नियमावली पारा शिक्षक के प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर लागू हो।
अप्रशिक्षित व एनसी अंकित पारा शिक्षकों के विगत 19 माह से रोके गए मानदेय का भुगतान किया जाए।
आंदोलन के समय पूर्व की सरकार द्वारा रांची व राज्य के विभिन्न थानों में पारा शिक्षकों पर दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए।
प.सिंहभूम के 69 सहित विभिन्न जिलों के पारा शिक्षकों के विगत वित्तीय वर्ष के कतिपय कारणों तथा बायोमेट्रिक उपस्थिति।
विभागीय कार्रवाई आदि का बकाया मानदेय भुगतान किया जाए, टेट विसंगति को दूर करते हुए मानदेय का भुगतान किया जाए।