Breast Pain : महिलाओं को स्तनों (Breasts) में दर्द या सूजन को कभी भी मामूली नहीं समझना चाहिए।
हालांकि कभी-कभी कारण काफी सामान्य होते हैं जिनकी वजह से महिलाओं को अपनी लाइफ (Life) में ब्रेस्ट पेन (Breast Pain) से गुजरना पड़ता है।
स्तनों में दर्द के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। जो कभी नॉर्मल (Normal) तो कभी चिंता का विषय भी होते हैं।
हालांकि Breast में दर्द Cancer का कारण कम ही होते हैं। जब तक कि Breast से लीकेज ना हो रही हो ।
Breast के दर्द का Connection Periods से भी जुड़ा होता है। 15-50 साल की उम्र में कभी भी स्तनों का दर्द झेलना पड़ सकता है, जिसके कारणों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
हारमोंस के कारण भी होता है दर्द
हार्मोंस (Hormones) में बदलाव के कारण Breast में दर्द होना काफी सामान्य बात है। इसके अलावा पीरियड (Periods) शुरू होने से पहले भी ब्रेस्ट में दर्द होता है।
जिसे साइकिलिक Breast Pain कहते हैं जो Periods शुरू होने के साथ ही चला जाता है।
साइकिलिक ब्रेस्ट पेन से ऐसे पाएं राहत
साइकिलिक ब्रेस्ट पेन (Cyclic Breast Pain) को कम करने के लिए अच्छे क्वालिटी (Quality) की सपोर्टिव ब्रा (Supportive Bra) पहननी चाहिए। जो Breast को सपोर्ट दें। साथ ही गर्म सेंकाई से भी Cyclic Breast Pain में आराम मिलता है।
प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में
प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के शुरुआती महीनों में हार्मोंस (Hormones) तेजी से बदलते हैं। जिसकी वजह से ब्रेस्ट में दर्द और टेंडरनेस (Pain & Tenderness) बनी रहती है।
गलत Bra की वजह से भी होता है दर्द
कई बार ब्रेस्ट में पेन की वजह गलत टाइप की Bra होती है। बहुत ज्यादा टाइट और अंडरवायर ब्रा (Tight and Underwire Bra) की वजह से Breast Tissues में द्रद होने लगते हैं।
कई बार साइकिलिक ब्रेस्ट पेन होने पर Bra की साइज छोटी और Uncomfortable हो जाती है। ऐसे में सही साइज और सपोर्ट की Bra को पहनना चाहिए। जिससे कि ब्रेस्ट पेन से बचा जा सके।
गलत स्पोर्ट्स ब्रा
गलत स्पोर्ट्स ब्रा (Sports Bra) पहनने की वजह से बहुत सारी महिलाएं एक्सरसाइज (Excercise) के बाद भी ब्रेस्ट में दर्द महसूस करती हैं। इसलिए Sports Bra को भी काफी सोच समझकर चुनना चाहिए। जो पूरी तरह से शरीर को सपोर्ट करे।
ब्रेस्ट सिस्ट
हार्मोंस में उतार-चढ़ाव की वजह से फाइब्रोसिस्टिक चेंज (Fibrocystic Change) होते हैं। सिस्ट नुकसानदेह नहीं होते है। लेकिन काफी अनकंफर्टेबल होते हैं।
जिसकी वजह से ब्रेस्ट में भारीपन और गांठ महसूस होती है। फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट (Fibrocystic Breast) नॉन ब्रेस्ट कैंसर की Condition होती है।
जो कि महिलाओं में काफी Common है। इसकी वजह से ब्रेस्ट में दर्द महसू लेख होता है। ब्रेस्ट में सिस्ट होने पर ये लक्षण भी दिख जाते हैं।
– ब्रेस्ट में भारीपन
– ब्रेस्ट में गांठ
– सेंसिटिव निप्पल
-खुजली
ब्रेस्ट में होने वाली ये तकलीफ मेनोपॉज के साथ ही खत्म हो जाती है।
ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान दर्द
ब्रेस्टफीडिंग (Breast Feeding) कराने वाली मांओं को कई बार मासटीटिस (Mastitis) हो जाता है। जिसमे स्तनों में सूजन की शिकायत होती है।
ये समस्या ज्यादातर इंफेक्शन (Infection) की वजह से होती है। जिसमे दूध की नलियों से दूध निकलना बंद हो जाता है। ऐसे में स्तनों में दर्द और कसाव महसूस होने लगता है।
इस स्थिति में डॉक्टर की मदद से Breast से दूध को बाहर निकालने के लिए इंजेक्शन (Injection) का सहारा लिया जाता है।
नोट: यहां दी गई जानकारी केवल एक सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह जानकारी किसी भी प्रोफेशनल विशेषज्ञ द्वारा नहीं दी गई है। इससे संबंधित कोई भी कदम उठाने से पूर्व अपने विशेषज्ञ से अवश्य संपर्क करें।