गाजियाबाद: भोजपुरी अभिनेत्री (Bhojpuri Actress) आकांक्षा दुबे (Akanksha Dubey) की मौत के मामले में नामजद गायक व अभिनेता समर सिंह उर्फ समरजीत सिंह (Samar Singh) ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।
समर सिंह को शुक्रवार की सुबह गाजियाबाद (Ghaziabad) से गिरफ्तार किया गया था। वह नंदग्राम थाना इलाके के राजनगर एक्सटेंशन (Rajnagar Extension) के चार्म्स क्रिस्टल सोसायटी स्थित एक फ्लैट में रह रहा था।
पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही
मामले के एक अन्य आरोपी आजमगढ़ (Azamgarh) के बिलरियागंज क्षेत्र के गद्दोपुर गांव निवासी संजय सिंह (Sanjay Singh) की तलाश जारी है।
पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है। आपको बता दें कि वाराणसी (Varanasi) के सारनाथ इलाके स्थित एक होटल के कमरे में बीते 26 मार्च की सुबह आकांक्षा दुबे का शव फंदे के सहारे लटका मिला था।
कामकाज के सिलसिले में ही कभी-कभी बात होती: समर
समर ने पुलिस को बताया कि 25 मार्च की रात आकांक्षा की Last Call उसके मोबाइल पर आई थी। शोरशराबा (Noise) ज्यादा हो रहा था, इसलिए पांच-छह सेकेंड बाद उसने फोन काट दिया था।
पुलिस के समक्ष बताया कि दोनों के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं रह गए थे, इसलिए इधर ज्यादा बात नहीं हो रही थी। कामकाज के सिलसिले में ही कभी-कभी बात होती थी।
हम और आकांक्षा बहुत करीब थे, यह अफवाह: समर सिंह
पुलिस से Samar Singh ने कहा कि हम और आकांक्षा बहुत करीब थे, यह अफवाह है। कैमरे के सामने हमारी जोड़ी अच्छी लगती थी. लेकिन उसका वास्तविक जीवन (Real Life) से कोई सरोकार नहीं था।
हमसे ज्यादा वाराणसी और मुंबई (Mumbai) निवासी दो युवक आकांक्षा के बहुत करीब थे। उनकी नियमित बातचीत भी आकांक्षा से होती थी। मोबाइल की कॉल डिटेल (Call Detail) खंगाल कर पुलिस पता लगा सकती हैं कि उनकी हमसे और अन्य लोगों से कितनी बातचीत होती थी।
पुलिस कस्टडी में समर ने खाना खाने से मना कर दिया
पुलिस कस्टडी (Police Custody) में समर से खाना खाने के लिए पूछा गया तो उसने मना कर दिया। बस पानी मांगकर पीता रहा। Varanasi पहुंचने तक वह बार-बार यह दोहराता रहा कि उसे बलि का बकरा बनाया गया है।
बता दें कि कमिश्नरेट के सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी लगातार कुमार पांडेय की सटीक सूचना पर आशापुर चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा (Akhilesh Verma), दरोगा अजय यादव और हेड कांस्टेबल रामबाबू, रामानंद यादव व दिवाकर वत्स की टीम ने समर को गिरफ्तार किया।
समर ने पुलिस को बताया की…
पुलिस की पूछताछ में समर ने बताया कि उसके ऑफिस लखनऊ और मुंबई (Lucknow and Mumbai) में हैं। रुपये के लेनदेन और उसके प्रमोशन से संबंधित कामकाज दोस्त संजय सिंह देखता है।
उसे पता था कि मुकदमा (Trial) दर्ज करने के बाद पुलिस उसकी तलाश में आजमगढ़ के मेंहनगर स्थित घर जाएगी। फिर, लखनऊ और मुंबई स्थित उसके ठिकानों पर छापा मारेगी। इसलिए जानबूझकर Mumbai नहीं गया और लखनऊ भी छोड़ दिया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद समर घबरा गया
मुकदमा दर्ज होने के बाद समर घबरा गया था। उसने Police को जो जानकारी दी, उसके मुताबिक, 27 मार्च को अपने सभी मोबाइल फोन बंद कर दिए थे।
जरूरत पड़ने पर Whatsapp Call से खास लोगों से बात करता था। इधर, आकांक्षा दुबे की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ रहा था।
योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को निरदेश दिया
इस पर CM योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बृहस्पतिवार को कमिश्नरेट की पुलिस की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताई थी। उन्होंने हर हाल में समर की गिरफ्तारी (Arrest) जल्द सुनिश्चित करने का निर्देश पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन को दिए थे।
समर के मोबाइल को फॉरेंसिक लैब में भेज कर जांच कराई जाएगी
पुलिस सर्विलांस की मदद से उन लोगों के मोबाइल नंबर की जानकारी ले रही थी, जो 26 और 27 मार्च को लगातार समर सिंह के संपर्क में थे। समर के करीबियों के मोबाइल की मदद से ही उसकी Location के बारे में सटीक जानकारी मिली।
अब समर के मोबाइल को फॉरेंसिक लैब (Forensic Lab) में भेज कर जांच कराई जाएगी। देखा जाएगा कि आकांक्षा से संबंधित कोई महत्वपूर्ण डेटा या चैट उसने डिलीट तो नहीं कर दिया।