रांची: उपभोक्ताओं की सुविधा (Consumer Convenience) के लिए राजधानी रांची (Ranchi) में स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाए जा रहे है। कुछ उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया से परेशान हैं।
जानकारी के आभाव में उपभोक्ताओं को मीटर नहीं लगाने, मीटर के लिए पैसे की मांग जैसे अन्य विषयों पर परेशान होते देखा जा रहा है।
शुल्क देने की जरूरत नहीं
झारखंड बिजली वितरण निगम (Jharkhand Electricity Distribution Corporation) की ओर से जारी दिशा निर्देश की मानें तो उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगाने के लिए किसी तरह के शुल्क देने की जरूरत नहीं है।
विशेषकर पुराने बिजली उपभोक्ताओं को जिनका मीटर रिप्लेस कर नया मीटर लगाया जा रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं में असमंजस की स्थिति है। हालांकि कुछ मामलों में एजेंसी (Agency) की ओर से भी पैसे मांगने की जानकारी मिली है।
उपभोक्ता निगम की ओर से जारी टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकते
इन मामलों में निगम की मानें तो किसी भी स्थिति में स्मार्ट मीटर रिप्लेस करने के लिये उपभोक्ताओं (Consumers) को पैसा नहीं देना है। पैसे की मांग होने पर उपभोक्ता निगम की ओर से जारी टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकते है।
जानकारी भी ले सकते है। ये नंबर है- 18003456570, 18001238745, 0651-2491510, 7184500 व 2402000 है।
तार के संबध में भी निर्देश जारी
स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाए जाने के साथ ही तार को लेकर भी निर्देश किया गया है। कई मामलों में देखा गया है कि स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी उपभोक्ताओं से तार मांग रही है।
साथ ही इसके लिए एजेंसी को भी निर्देश दे दिया गया है। निगम की मानें तो जिन उपभोक्ताओं को नया कनेक्शन (New Connection) में ही स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है, उन उपभोक्ताओं को अपना तार देना है।
जिन उपभोक्ताओं को पुराना कनेक्शन के तहत मीटर बदले जा रहे हैं, ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं (Consumers) का तार सही रहने पर अतिरिक्त तार की जरूरत नहीं होगी।
तार में अधिक कटे फटे या ज्वाइंट होने पर उपभोक्ताओं को खुद ही तार देना होगा। ऐसे में तार के अलावा उपभोक्ताओं को किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना है।
3.5 लाख मीटर बदले जाने हैं
रांची (Ranchi) में कुल साढ़े 3 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। अभी 38 हजार मीटर अलग-अलग इलाकों में लगाए गए हैं। इनमें अपर बाजार, मेन रोड, अशोक नगर, कांके, रातु रोड (Ratu Road), हरमू इलाका शामिल है।
इन इलाकों में स्मार्ट मीटर पायलट प्रोजेक्ट के तहत लगाया गया है। एजेंसी जीनस सेक्योर ने राजधानी रांची के लिए 145 टीम बनाया है।