रांची: Income से अधिक संपत्ति मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मंगलवार को झारखंड (Jharkhand) के ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Virendra Ram) के सहयोगी आलोक रंजन (Alok Ranjan) को अरेस्ट कर लिया।
आरोपी चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम मनी लांड्रिंग केस (Money Laundering Case) में जेल में बंद हैं।
24 ठिकानों पर की गई थी रेड
बता दें कि इस मामले में ED ने पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम (Virendra Ram) के 24 ठिकानों पर रेड मारी थी।
इस दौरान लगभग डेढ़ करोड़ के जेवरात के अलावा देश के कई शहरों में करोड़ों के निवेश के दस्तावेज मिले हैं।
2019 में एक जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा (Suresh Prasad Verma) के मकान में छापामारी में 2.67 करोड़ रुपये बरामद हुए थे।
तब आलोक रंजन उसी मकान में रहते थे। यह राशि आलोक रंजन के ही कमरे से मिली थी।