रांची: Jharkhand में पिछले 24 घंटे में कोरोना (Corona) के 29 नए मरीज (New Patient) सामने आए हैं। संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 99 हो गई है। इस अवधि में पांच मरीज स्वस्थ हुए हैं।
रांची में 39 एक्टिर केस
झारखंड में 99 एक्टिस केस में रांची में सबसे अधिक 38 केस हैं। जबकि पूर्वी सिंहभूम (East Singhbhum) में 15, देवघर में 13, लोहरदगा (Lohardaga) में 12, और पूर्वी सिंहभूम में 2 कोरोना संक्रमित मरीज है।
इसके अलावा चतरा में 1, दुमका (Dumka) में 2, गढ़वा में 1, गुमला में 1, हजारीबाग में 1, खूंटी में 1, कोडरमा में 5 और लातेहार में 4 सक्रिय संक्रमित मरीज हैं। अधिकांश संक्रमितों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है।
नए मरीजों में…
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। नए मरीजों में रांची में नौ, देवघर में चार, दुमका में दो, लोहरदगा में चार, वेस्ट सिंहभूम में दो, East Singhbhum में तीन, गढ़वा में एक, हजारीबाग में दो, खूंटी में एक, कोडरमा में एक, लातेहार में एक और रामगढ़ (Ramgarh) में एक शामिल हैं।
इससे पहले RIMS समेत 312 हॉस्पिटल में कोरोना मॉकड्रिल कर प्रबंधों का जायजा लिया जा चुका है।
कोरोना लगातार बदल रहा अपना स्वरूप
Indian SARS Cove-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, XBB1.16.1 के म्यूटेटेड सब-वैरिएंट भी सामने आ रहे हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में XBB1.16.1 के म्यूटेटेड सब-वैरिएंटके 234 मामले सामने आए हैं।
XBB1.16.1 कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट के संक्रामक XB1.16 वैरिएंट में म्यूटेशन से बना है। XBB1.16.1 के केस दिल्ली, गुजरात और हरियाणा समेत 13 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पाए गए हैं। देश में XBB1.16 वैरिएंट के 1,774 मामले 22 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पाए गए हैं।
लाल चिपचिपी आंखों की समस्या भी हो रही
कुछ चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को लाल चिपचिपी आंखों (नेत्रश्लेष्मलाशोथ) की समस्या भी हो रही है। हालांकि, यह पहले के कोरोना वैरिएंट में यह लगभग 1 से 3 प्रतिशत रोगियों में ही देखा जा रहा था।
फिलहाल इसके लिए कोरोना ही जिम्मेदार है कहना जल्दबाजी होगी। डॉ. धीरेन गुप्ता (Dr. Dhiren Gupta) ने कहा कि अधिकांश बाल रोगियों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं।
हालांकि जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है। उनको बेहद सावधानी से काम लेना चाहिए। कोरोना की रोकथाम केवल COVID Protocol के पालन से ही संभव है।