लखनऊ: निर्देशक अली अब्बास जाफर और लेखक गौरव सोलंकी के खिलाफ वेब सीरीज तांडव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं की खराब छवि दिखाई गई है, जिससे धार्मिक उन्माद भड़क सकता है।
यह एफआईआर रविवार देर रात वरिष्ठ उपनिरीक्षक अमरनाथ यादव द्वारा हजरतगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई।
शिकायत में एमेजॉन प्राइम के इंडिया हेड ऑफ ऑरिजिनल कंटेंट अपर्णा पुरोहित, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा और एक अन्य अनाम व्यक्ति भी शामिल हैं।
पुलिस उपायुक्त, सेंट्रल जॉन, सोमेन बर्मा ने कहा, हजरतगंज की एक पुलिस टीम सोमवार को एफआईआर में नामित लोगों की जांच और पूछताछ के लिए मुंबई रवाना होगी।
एफआईआर में जिन लोगों का नाम दिया गया है, उन पर धर्म, जाति, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि 16 जनवरी को रिलीज हुई वेब सीरीज की सामग्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर रोश है और लोग इसकी क्लिपिंग पोस्ट कर रहे हैं।
शिकायतकर्ता ने कहा, सीरीज देखने के बाद यह पाया गया कि एपिसोड 1 के 17वें मिनट में हिंदू देवी-देवताओं की भूमिका निभाने वाले चरित्रों को गलत तरीके से दिखाया गया है और अभद्र भाषा का उपयोग किया गया है, जिससे धार्मिक हिंसा भड़क सकती हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि इसी तरह उसी एपिसोड के 22वें मिनट में जातिगत झड़पों को प्रज्वलित करने की कोशिश की गई। प्रधानमंत्री की तरह एक प्रतिष्ठित पद रखने वाले व्यक्ति को पूरे वेब सीरीज में बहुत अपमानजनक तरीके से दिखाया गया है।
यादव ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि, वेब सीरीज ने देश के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने और तनाव पैदा करने की कोशिश की है।