गिरिडीह: Jharkhand के सर्वाधिक खसरा (Measles) प्रभावित गिरिडीह जिले (Giridih) में बुधवार को खसरा – रूबेला मिजिल्स टीकाकरण (Measles – Rubella Measles Vaccination) अभियान प्रारम्भ किया गया।
12 अप्रैल से पांच मई तक चलने वाले इस विशेष अभियान की शुरूआत DC नमन प्रियेश लकड़ा , स्वास्थउप निदेशक डा० बुका उराव ,CS डा० एस पी मिश्रा की उपस्थिति में शहर के कार्मेल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्कूल की छात्रा श्वेता कुमारी को टीका (Vaccine) लगाकर की गई।
टीकाकरण अभियान कार्यक्रम को संवोघित करते हुए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि खसरा संक्रमण की गंभीरता को समझने की जरूरत है । DC ने कहा कि दुर्भाग्यवस गिरिडीह देश का दूसरा जिला है जहा खसरे का सर्वाधिक प्रभाव देखागया हैा उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्य को बदलने की जरूरत हैा
बच्चे खसरा टीकाकरण से वंचित रह गए: उरांव
मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ.बुका उरांव ने कहा कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) से सटे जिलों में खसरा का सर्वाधिक प्रभाव देखा गया है। यही कारण है कि बंगाल (Bengal) से सटे झारखंड के जिलों में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है।
सिविल सर्जन डॉ.SP मिश्रा ने कहा कि जिले के कई ऐसे इलाके हैं, जहां के बच्चे खसरा टीकाकरण (Measles Vaccination) से वंचित रह गए थे।
2023 के अंत तक शत प्रतिशत खसरा उन्मूलन का लक्ष्य
2023 के अंत तक शत प्रतिशत खसरा उन्मूलन का लक्ष्य है ।जिले भर मे लगभग नौ लाख 09 माह से 15 साल तक के बच्चों को खसरे का टीका दिये जाने का लक्ष्य है। इससे पूर्व डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ.बुका उरांव (Dr.Buka Oraon), सिविल सर्जन डॉ.SP मिश्रा व स्कूल की प्राचार्या सिस्टर तेरेसाड्डा (Sister Teresadda) ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
समारोह में अतिथियों का स्कूली छात्र छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम (Entertainment Program) कर स्वागत किया। साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संदेश देने की कोशिश की गई कि खसरा हो तो झाड़-फूंक के फेर में ना फंसे,और सीधे डॉक्टर के पास इलाज करवार अपने बच्यों को खसरे से मुक्त कराये ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली छात्र छात्राएं मौजूद
कार्यक्रम में DC , उपनिदेशक व सिविल सर्जन के अलावा DTO रोहित सिन्हा, DEO विनय कुमार, डॉ.अशोक कुमार, DPM प्रमिला सहित बड़ी संख्या में स्कूली छात्र छात्राएं मौजूद थे।