रामगढ़: शुक्रवार की अहले सुबह शिव भक्तों ने दहकते अंगारों (Hot Coals) पर नंगे पांव चलकर शिव भक्ति की कठिन परीक्षा दी और फिर शिवालय मंदिर में शिव-पार्वती (Shiva-Parvati) की पूजा-अर्चना कर तीन दिनों से चले आ रहे निर्जला व्रत को तोड़ा।
भगवान शिव-पार्वती आस्था का पर्व मंडा कुल्ही व बोंगासौरी में शुक्रवार को संपन्न हुआ।
मंडा पूजा में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी चरण केवट व मुखिया चुड़गी देवी ने विधिवत फीता काटकर अखाड़े का उद्घाटन किया।
पूर्वजों के वक्त से छऊ नृत्य की है परंपरा
मंडा पूजा समिति के तत्वावधान में शिव-पार्वती पूजा के बाद छऊ नृत्य का भी आयोजन किया गया।
बंगाल से आये रवि सर्वेश और रविंद्र नाथ महतो की छऊ नृत्य कलाकारों ने बारी बारी से रामायण (Ramayana), महाभारत (Mahabharata) पर आधारित विभिन्न देवी-देवताओं के मुखौटा पहन नृत्य कर दर्शकों का मनोरंजन किया।
मुख्य अतिथि समाजसेवी चरण केवट ने कहा कि मंडा पूजा पर छऊ नृत्य का आयोजन हमारे पूर्वजों के समय से चला आ रहा है। इसलिए हम सबका फर्ज है कि आने वाले समय में भी हम इस रिवाज को संजोकर रखे।