हजारीबाग: ईचाक थाना क्षेत्र के करमटांड़ गांव के ईट भट्ठा में काम कर रही महिला के शव को भट्ठा मालिक द्वारा उसके घर के बाहर फेंक कर भागने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।
घटना रविवार रात की है। महिला दुलारी देवी 46 वर्ष के शव को उसके दरवाजे पर फेंके जाने की सूचना मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई।
मृतका की 15 वर्षीय पुत्री अनिता कुमारी ने भट्ठा संचालक संजय मेहता एवं उसके अन्य सहयोगियों द्वारा शव को घर के बाहर फेंकते हुए सबसे पहले देखा।
बेटी की चीख पुकार सुनकर गांव वाले इकट्ठा हुए और भट्ठा संचालक संजय मेहता से मौत के कारणों के विषय में पूछताछ करना चाहा, किंतु आरोपी संजय मेहता बिना कुछ बताए बोलेरो लेकर निकल गया।
मृतका के पति जीतन राम ने बताया कि ईट भट्ठा साइड पर डेरा में राशन खत्म हो गया था।
भट्ठा संचालक संजय मेहता ने दो सौ रुपया दिया। जिसके बाद मैं राशन लाने चला गया।
लौटने पर डेरा के भीतर पत्नी को बदहवास देख घबरा गए।
भट्ठा संचालक संजय मेहता को जानकारी दी। किंतु संचालक ने कोई रुचि नहीं दिखाई।
मैं बेसुध पत्नी के साथ रात भर डेरा में पड़ा रह गया।
रविवार को संजय और उसके दो चार अन्य सहयोगी बोलेरो लेकर आए और पत्नी को उसमें रखकर बरही इलाज के बहाने ले गए, जहां चिकित्सकों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया।
फिर शव को भट्ठा साइट पर ले गया जहां से रविवार शाम को मेरे घर के बाहर फेंक कर भाग गया।
मृतका दुलारी का पुत्र विनोद कुमार रविदास दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी करती है।
यह भी बताया कि घटना बरही थाना क्षेत्र की है लेकिन मृतक महिला इचाक थाना क्षेत्र की है और शव इचाक थाना क्षेत्र के करमटांड़ गांव से बरामद किया गया है।
मामला दर्ज बरही थाना में होगा। सूचना मिलते ही इचाक थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार दल बल के साथ करमटांड़ गांव पहुंचे और मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया।
साथ ही घटना के सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच किया जा रहा है।