लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने गैंगस्टर-राजनीतिज्ञ अतीक अहमद के बेटे उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में आरोपी असद और उसके सहयोगी गुलाम की झांसी में हुई STF मुठभेड़ की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजीव लोचन मेहरोत्रा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है।
यह 15 अप्रैल को प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या (Ashraf’s murder) की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के अतिरिक्त है।
उमेश के हत्यारोपी असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।
झांसी रविंद्र कुमार ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू कर दी
गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस आयोग के अन्य सदस्य सेवानिवृत्त महानिदेशक विजय गुप्ता होंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग का काम मुठभेड़ के सभी पहलुओं पर गौर करना होगा।
जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार (Jhansi Ravindra Kumar) ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू कर दी है।
पुलिस के विशेष कार्य बल (STF) ने 13 अप्रैल को झांसी में उमेश पाल हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद (20) और सहयोगी गुलाम मोहम्मद (40) को मार गिराया था।
दोनों 24 फरवरी, 2023 को अपराध के दिन से फरार थे
दोनों 24 फरवरी, 2023 को अपराध के दिन से फरार थे। सीसीटीवी फुटेज में उन्हें हत्या को अंजाम देते दिखाया गया था और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया भाइयों अतीक और अशरफ की हत्या के मामले (Atiq and Ashraf Murder Cases) में सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अरविंद त्रिपाठी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया जा चुका है।