पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार को कहा कि IAS जी कृष्णैया हत्याकांड (IAS G Krishnaiah murder case) के समय लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे।
इसलिए वही बतायें कि यदि पूर्व सांसद आनंद मोहन (Anand Mohan) निर्दोष थे, तो उन्होंने उस समय उनकी कोई मदद क्यों नहीं की ?
रिहाई के लिए जेल कानून को बदल रहे
Sushil Modi ने कहा कि दलित IAS अधिकारी की ड्यूटी के दौरान दिनदहाड़े हुई हत्या की यह जघन्य घटना लालू राज के डरावने दिनों की याद दिलाती है।
उस दौर में दलितों के नरसंहार, हत्या और व्यवसायों के अपहरण की घटनाएं आम हो चुकी थीं।
उन्होंने कहा कि आनंद मोहन के मामले में लालू-राबड़ी सरकार ने सेशन कोर्ट से हाई कोर्ट तक उनकी रिहाई का विरोध किया था।
आज यही लोग उनकी रिहाई के लिए जेल कानून को बदल रहे हैं।
तब क्यों नहीं आनंद मोहन को निर्दोष बताने की कोशिश की गई
सुशील मोदी ने कहा कि 2005 तक RJD की सरकार थी। तब क्यों नहीं आनंद मोहन को निर्दोष बताने की कोशिश की गई।
इसका जवाब तो लालू प्रसाद ही दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज चुनावी लाभ के लिए लाखों सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को ताक पर रख कर RJD-JDU की सरकार दुर्दांत अपराधियों को रिहा कर रही है।