दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू यूनिवर्सिटी (Sido Kanhu Murmu University) के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को SP कॉलेज के सामने सड़क पर ओलचिकी लिपि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उनका कहना था कि हमारी लिपि देवनागरी है। उसकी जगह ओलचिकी को जबरन थोपा जा रहा है।
इस दौरान छात्र-छात्राओं ने विरोध स्वरूप प्रतीकात्मक तौर पर एक ओलचिकी समर्थक का पुतला दहन भी किया।
ये वैसे छात्र-छात्रा हैं, जो संथाली भाषा में स्नातक (Graduate), स्नातकोत्तर (Postgraduate) और PHD कर रहे हैं।
सालखन मुर्मू के खिलाफ नारेबाजी
छात्र-छात्रा पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू के विरोध में भी नारेबाजी कर रहे थे।
उनका कहना था कि सालखन मुर्मू भी ओलचिकी लिपि को झारखंड में प्रमोट कर रहे हैं।
विरोध-प्रदर्शन में शामिल छात्र बाबुधन मुर्मू और दिलीप टुडू ने कहा कि ओलचिकी लिपि संथाली भाषा के लिए कहीं से भी उचित नहीं है।
सचिन कुमार सोरेन ने कहा कि देवनागरी लिपि में सभी प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध हैं।
व्याकरण से लेकर समृद्ध साहित्य की पुस्तक भी देवनागरी लिपि में उपलब्ध है।
ऐसे में ऊपर से लाकर अवैज्ञानिक लिपि टपका देना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है।