हजारीबाग: CPI के पूर्व MP भुनेश्वर प्रसाद मेहता (Bhuneshwar Prasad Mehta) ने कहा कि केन्द्र सरकार (Central Government) पूरे देश में न सिर्फ कोयला खदान बल्कि उर्जा, हवाई अड्डा, बंदरगाह सहित कई परियोजनाएं (Multiple Projects) बिना सोचे समझे अडानी को दे दिया है।
सरकार ने अडानी (Adani) को झारखंड के 26 कोल ब्लाक दे दिया गया। इनमें हजारीबाग के केरेडारी और बड़कागांव (Barkagaon) के भी कोल ब्लाक हैं। इससे हजारों लोग विस्थापित होंगे।
बड़कागांव और केरेडारी की जो जमीन है वह बहु फसली जमीन है जिस पर किसान धान, गेहूं, सब्जी और अन्य अनाज पैदा करते हैं। भुनेश्वर प्रसाद मेहता रविवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे।
अदानी के खिलाफ 12 अप्रैल 2023 से सैकड़ों लोग धरना पर बैठे हुए
उन्होंने कहा कि अगर अडानी (Adani) इनके जमीन को ले लेती है तो पूरा गांव विस्थापित हो जाएगा और किसान दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हो जाएंगे। मेहता ने कहा कि झारखंड विस्थापित संघर्ष समिति (Jharkhand Migrant Struggle Committee) जिसका मैं अध्यक्ष हूं सभी वामपंथी, जनवादी राजनीतिक दलों, सामाजिक, सांस्कृतिक और लेखकों के संगठन को लेकर के एक बड़ा आंदोलन हजारीबाग (Hazaribagh) सहित पूरे झारखंड में किया जाएगा।
इसकी शुरुआत केरेडारी के गोंदलपूरा से आगामी सात मई को होगी, जहां अदानी के खिलाफ 12 अप्रैल 2023 से सैकड़ों लोग धरना पर बैठे हुए हैं।
सभा में पूर्व मुखिया महेंद्र राम उपस्थित
यहां पर एक बड़ी सभा आयोजित की जाएगी। सभा में पूर्व MP भुनेश्वर प्रसाद मेहता, विस्थापन आंदोलन के नेत्री वाशवी कीड़ों, CPI के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, CPM के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, मार्क्सवादी समन्वय समिति के नेता शांतनु मुखर्जी, RJD के राज्य उपाध्यक्ष राजेश यादव JDU के वरिष्ठ नेता गौतम सागर राणा रहेंगे।
पत्रकार वार्ता में CPM के नेता गणेश कुमार सीटू, विपिन कुमार सिन्हा, CPI के कार्यालय सचिव निजाम अंसारी, डा अनवर हुसैन, पूर्व मुखिया महेंद्र राम उपस्थित थे।