नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार दो दिनों की वृद्धि के बाद बुधवार को ब्रेक लग गया, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में लगातार दूसरे सत्र में तेजी जारी थी।
देश में पेट्रोल का भाव इस समय सर्वाधिक उंचे स्तर पर है और कच्चे तेल में तेजी रहने से दोनों वाहन ईंधनों की महंगाई आगे और बढ़ सकती है।
क्योंकि भारत तेल की अपनी जरूरतों का अधिकांश हिस्सा आयात करता है।
अमेरिका में नव निर्वाचित राष्ट्रपति के सत्ता संभालने पर आगे बड़े प्रोत्साहन पैकेज आने की उम्मीदों से तेल में तेजी देखी जा रही है, क्योंकि इससे तेल की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।
वहीं, तेल के स्टॉक में कमी का अनुमान भी एक कारण हो सकता है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें पूर्ववत क्रमश: 85.20 रुपये, 86.63 रुपये, 91.80 रुपये और 87.85 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई हैं।
डीजल की कीमतें भी भी यथावत दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 75.38 रुपये, 78.97 रुपये, 82.13 रुपये और 80.67 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई हैं।
तेल विपणन कंपनियों ने एक दिन पहले मंगलवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 25 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 24 पैसे जबकि चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी और डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 25 पैसे प्रति लीटर जबकि मुंबई में 26 पैसे और चेन्नई में 24 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई थी।
बीते दो दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल और डीजल के दाम में 50 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में बीते सत्र से 0.84 फीसदी की बढ़त के साथ 55.33 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
बीते सत्र में ब्रेंट क्रूड के भाव में दो फीसदी से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई थी।
न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.87 फीसदी की तेजी के साथ 53.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।