जेनेवा: WHO ने शुक्रवार को ऐलान किया कि COVID-19 अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल (Global Health Emergency) नहीं रहा। WHO ने कहा कि कभी खत्म न होने वाले लॉकडाउन, दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में गिरावट और कम से कम 70 लाख लोगों की जान लेने वाली यह महामारी अब वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल नहीं रही।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेयीसस (Tedros Ghebreyesus) ने कहा कि WHO की स्वतंत्र आपातकालीन समिति ने COVID मामले पर अपनी 15वीं बैठक में इस बात पर मुहर लगाई कि अब यह बीमारी उतनी खतरनाक नहीं रही। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि यह अब वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा नहीं रह गई।
हजारों लोग वायरस के कारण मौत का शिकार हो रहे हैं
कुछ देशों में इस महामारी (Epidemic) के मामले बढ़ने को लेकर WHO ने कहा कि भले ही आपातकाल का दौर खत्म हो गया था, लेकिन इसका वायरस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। UN की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि अब भी हर सप्ताह हजारों लोग Virus के कारण मौत का शिकार हो रहे हैं।
UN Health Agency ने पहली बार 30 जनवरी 2020 को कोरोना को अंतरराष्ट्रीय महामारी (International Pandemic) घोषित किया था। तब तक इसे COVID-19 नाम नहीं दिया गया था और चीन में भी इससे भारी तबाही नहीं हुई थी।
COVID-19 का यह वायरस खत्म नहीं हुआ है
तीन साल से भी अधिक समय के दौरान इस वायरस की वजह से पूरी दुनिया में 76.4 करोड़ लोग संक्रमित हुए और करीब 5 अरब लोगों ने टीके की कम से कम एक डोज (Dose) जरूर ली थी।
घेब्रेसीयस (Ghebresius) ने यह भी कहा कि COVID-19 का यह वायरस खत्म नहीं हुआ है और सभी देशों को दूसरी बीमारियों के साथ इसके नए वैरिएंट के खिलाफ लड़ते रहना होगा।