रांची: अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह (Dr. Pradeep Kumar Singh) ने शनिवार को ऑनलाइन बैठक की।
विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने ग्रीष्मकालीन छुट्टी (Summer Vacation) में कटौती पर आपत्ति जतायी। साथ ही पुरजोर विरोध किया।
सभी ने एकमत से कहा कि उच्च शिक्षा के प्राध्यापक को पठन-पाठन के लिए तैयारी के साथ ही रिसर्च भी करना पड़ता है। कई विश्वविद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों में परीक्षा कार्य एवं मूल्यांकन कार्य (Examination work and evaluation work during holidays) के लिए प्राध्यापकों को कार्य करने के लिए विवश किया जाता है, यह बिल्कुल गलत है।
एक तरफ केंद्रीय विश्वविद्यालयों (Central Universities) के प्राध्यापक सप्ताह में पांच दिनों का कार्य करते हैं जबकि राज्य के विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों को सप्ताह में छह दिनों तक कार्य करना पड़ता है। इन विसंगतियों को दूर कर एकरूपता लाने की आवश्यकता है।
PHD इन्क्रीमेंट का लाभ देने की मांग करेगा
बैठक में सर्वसम्मति से उच्च शिक्षा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में ग्रीष्मावकाश (Summer Vacation in Universities) को कम करने का पुरजोर विरोध करते हुए ABRSM का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर इसके निराकरण की मांग करेगा। साथ ही प्रोन्नति की विसंगतियों को समाप्त करने, PHD इन्क्रीमेंट का लाभ देने की मांग करेगा।
बैठक में डॉ प्रीतम कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सुनीता कुमारी गुप्ता, डॉ राजकुमार चौबे, डॉ अजय कुमार सिन्हा, डॉ अंजनी शर्मा (Dr. Anjani Sharma) सहित कुल 32 प्राध्यापक मौजूद थे।