धनबाद : झारखंड एटीएस यानी एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (ATS stands for Anti Terrorist Squad) ने मुंबई से कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव (Gangster Aman Srivastav) को अरेस्ट करने के बाद कोई आगे की बड़ी तैयारी कर रही है, ऐसी चर्चा शुरू होने की खबर मिल रही है।
बताया जा रहा है कि वासेपुर के कुख्यात भगोड़ा प्रिंस खान (Prince Khan) के खिलाफ लाल वारंट (स्थायी वारंट) जारी कर दिया गया है।
कुर्की जब्ती के बावजूद सामने नहीं आने के कारण न्यायालय (Court) ने उसके विरुद्ध स्थायी वारंट जारी कर दिया है। याद कीजिए, महताब आलम उर्फ नन्हे के मर्डर यानी 24 नवंबर 2021 से ही प्रिंस खान फरार है।
एटीएस की जांच में सामने आई यह हकीकत
पता चल रहा है कि ATS की जांच के अनुसार, प्रिंस UAE के दुबई में बैठ कर धनबाद के कारोबारियों को धमकियां दे रहा है। प्रिंस खान पर धनबाद के अलग-अलग थानों में 52 मुकदमे दर्ज हैं।
इसमें गैंगस्टर फहीम खान (Gangster Faheem Khan) के करीबी नन्हे और ढोलू के अलावा झाविमो नेता रंजीत सिंह, रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह, कतरास के कोयला कारोबारी मनोज यादव की हत्या सहित कारोबारियों के घरों पर Firing के मामले शामिल हैं।
डेढ़ साल से बना हुआ है चैलेंज
प्रिंस के अपराध के नेचर (Nature of Crime) से यह पता चलता है कि वह डेढ़ साल से धनबाद पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। इतना ही नहीं, पुलिस के साथ-साथ झारखंड ATS , CID और स्पेशल ब्रांच भी उसकी खोज-खबर लेने में जुटी है, लेकिन उसके आतंक से लोगों को राहत नहीं मिल रही है।
एटीएस की पहल पर प्रिंस खान का पासपोर्ट CID रद्द करा चुकी है। प्रिंस खान को घेरने के लिए CBI की ओर से इंटरपोल को उसके खिलाफ रेड या ब्लू कॉर्नर नोटिस (Red or Blue Corner Notice) का प्रस्ताव भी भेजा गया है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इंटरपोल की मदद से एटीएस जल्द ही प्रिंस खान पर भी शिकंजा कसकर उसे दबोच लेगी।