- विस्फोटक और अवांछित सामग्री का पता लगाने के लिए स्पेशल टीम तैनात
- राम जन्मभूमि परिसर में जांच के लिए दो नए दल किए जाएंगे सक्रिय
- छह टीमों को राजकीय रेलवे पुलिस डिविजनों में किया जाएगा तैनात
- महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर बम निरोधक दस्ता भी किए जा रहे तैनात
लखनऊ : शुक्रवार को यह महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है कि उत्तर प्रदेश (UP) में अयोध्या (Ayodhya), बनारस और मथुरा जैसे हिंदू धार्मिक (Hindu Religious) स्थलों पर आतंकी खतरे की आशंका बढ़ गई है।
इसके मद्देनजर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोटक और अवांछित सामग्री का पता लगाने के लिए एंटी-सबोटेज जांच दलों (Anti-Sabotage Investigation Teams) को इन स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
10 टीमों किया गया रवाना
ADG (सुरक्षा) विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में दो नए जांच दल तैनात किए जाएंगे, जबकि एक-एक वाराणसी (Varanasi) के काशी विश्वनाथ मंदिर और मथुरा के वृंदावन मंदिर (Vrindavan Temple) में तैनात किए जाएंगे।
10 टीमों को गुरुवार को उनके गंतव्य स्थलों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
टीमों को धार्मिक स्थलों पर किया तैनात
ADG कहा, चार टीमों को धार्मिक स्थलों पर तैनात किया जाना है, छह अन्य लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा और झांसी में राजकीय रेलवे पुलिस डिवीजनों में तैनात रहेंगे।
ADG ने कहा कि हाल ही में राज्य सुरक्षा मुख्यालय के शस्त्रागार में बम का पता लगाने और निपटान दस्ते (BDDS) और तोड़फोड़ रोधी जांच टीमों को जोड़ा गया था।
BDDS दल आवागमन के लिए AC बस से सुसज्जित
अप्रैल में अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा जांच के लिए दो BDDS और दो एंटी-तोड़फोड़ जांच दल तैनात किए गए हैं।
एक BDDS लखनऊ में सचिवालय परिसर, इलाहाबाद उच्च न्यायालय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में तैनात किया गया है।
ADG ने कहा कि 1987 में पांच BDDS टीमें थीं, जो 2010 में बढ़कर 26 हो गईं।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश सुरक्षा मुख्यालय में 61 AS जांच दल और 31 BDDS दल हैं।
सभी BDDS दल आवागमन के लिए AC बसों से सुसज्जित हैं।