नई दिल्ली: पिछले साल 2020 में बिट क्वाइन की तेजी ने निवेशकों को आकर्षित किया था।
हालांकि अब इसमें गिरावट आ रही है।
पिछले दो महीने में बिटक्वाइन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच कर अब 30 हजार डॉलर (21.9 लाख रुपए) के स्तर से भी नीचे तक लुढ़क चुका है।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन शुक्रवार को हांगकांग में 29,327 डॉलर (21.41 लाख डॉलर) के स्तर को छू लिया।
बाजार के जानकारों ने निवेशकों को सावधान किया है कि अभी इसमें और गिरावट आ सकती है और यह पिछले साल में 300 फीसदी के रिटर्न को गंवा सकता है।
पिछले साल दिसंबर 2020 में बिटक्वाइन ने पहली बार 20 हजार डॉलर (14.60 लाख रुपए) के स्तर को पार किया था।
इसके बाद भी इसकी तेजी थमी नहीं और इस साल जनवरी 2021 की शुरुआत में इसने 30 हजार डॉलर (21.9 लाख रुपए) के स्तर को पार किया था और तेजी से 42 हजार डॉलर (30.67 लाख रुपए) के स्तर की तरफ बढ़ रहा था।
हालांकि इसके बाद इसमें तेजी से गिरावट आई। ओएंडा यूरोप में एक वरिष्ठ बाजार विशेषज्ञ का कहना है कि बिटक्वाइन के भाव इस समय खतरनाक स्तर पर हैं।
क्रेग के मुताबिक इसमें और गिरावट आने पर कम अवधि के निवेश के मामले में बिटक्वाइन के लिए बुरी खबर साबित हो सकती है।
इसके अलावा यह अन्य क्रिप्टोकरेंसी के ट्रेड को प्रभावित कर सकती है।
जिस तरह से बिटक्वाइन ने अपनी तेजी गंवाई है, ऐसे में अगर यह 20 हजार डॉलर (14.60 लाख रुपए) के भी स्तर को छू ले तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।