Scary Dreams : Nightmares यानी डरावने या बुरे सपने (Scary or Nightmares) अक्सर हमें परेशान कर देते हैं। कई बार डरावने या बुरे सपने देखने के बाद हमारी नींद (Sleep) भी प्रभावित हो जाती है साथ ही हमारा मन भी विचलित हो जाता है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हमें बुरे सपने क्यों आते हैं? क्या इसका हमारे मस्तिष्क के रसायनों (Brain Chemicals) में असंतुलन से कोई संबंध है या फिर कुछ और? कई लोगों का कहना होता है कि रात में देखे गए सपनों का हमारे जीवन से कोई ना कोई संबंध होता है। तो आइए आज आपको इस Article में बताते हैं कि आखिर हमें बुरे सपने क्यों आते हैं।
क्यों आते हैं सपने?
डरावने सपने क्यों आते हैं, इसे समझने से पहले यह जान लेना आवश्यक है कि सपने क्यों आते हैं? इस बारे में विशेषज्ञों (Experts) का कहना है कि सपने, हमारे दिमाग को विचारों और दिनभर की घटनाओं को संसाधित करने में मदद करते हैं।
मसलन सपने, मस्तिष्क की गतिविधि का एक हिस्सा हैं, जिसमें आपकी भावनाओं का मानसिक प्रसंस्करण और आपकी यादों का कंसॉलिडेशन (Consolidation) होता है। यह मस्तिष्क की एक सामान्य प्रक्रिया है।
डरावने सपने क्यों आते हैं?
वैज्ञानिक (Scientist) कहते हैं, सपने हों या बुरे सपने इसके पीछे के कारण अभी भी रहस्यमय हैं। अभी तक सही तरीके से यह नहीं समझा जा सका है कि ये किस कारण से आते हैं, लेकिन मस्तिष्क के अध्ययनों में बहुत सी ऐसी चीजों के बारे में पचा चला है जो बुरे-डरावने सपनों का कारण बन सकती हैं।
इसका सबसे सामान्य कारण दैनिक जीवन का तनाव भी हो सकता हैं। स्कूल या काम के बारे में चिंता करने वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में डरावने सपने आने की समस्या अधिक देखी गई है। इसके अलावा जीवन की कुछ बड़ी घटनाएं या जीवन में परिवर्तन जैसे किसी प्रियजन की मृत्यु भी बुरे सपने का कारण बन सकती है।
रैपिड आई मूवमेंट स्लीप का संबंध
रैपिड आई मूवमेंट (REM), नींद का एक चरण है जो तेजी से आंखों की मूमेंट, दिल की धड़कनों में अनियमितता और बढ़ी हुई सांस की दरों का कारण बनती है।
हार्वर्ड (Harvard) के शोधकर्ताओं ने बताया कि बुरे सपने नींद की अवधि के दौरान तब आते हैं जब REM की अवधि लंबी हो जाती है।
इसके अलााृवा बुरे सपने कई कारणों से उत्पन्न हो सकते हैं जैसे तनाव, चिंता, अनियमित नींद, दवाओं का सेवन, मानसिक स्वास्थ्य विकार आदि। लेकिन शायद पोस्ट पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) को इसका सबसे प्रमुख कारण पाया गया है।
इन लोगों को अधिक आते हैं बुरे सपने
शारीरिक शोषण, यौन शोषण (Physical Abuse, Sexual Abuse) या किसी दुर्घटना जैसी दर्दनाक घटना के बाद बुरे सपने आना सामान्य है। पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) वाले लोगों में इसका जोखिम अधिक देखा जाता रहा है।
इसके अलावा आपके मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर भी ये समस्या काफी निर्भर करती है। जो लोग बाइपोलर डिसऑर्डर , अवसाद, या सिज़ोफ्रेनिया समस्याओं से जूझ रहे हैं, ऐसे लोगों में भी बुरे सपने आने की अधिक आशंका होती है।
डॉक्टर तनाव कम करने वाली तकनीकों और थेरपी (Techniques and Therapies) के माध्यम से आपमें बुरे सपने आने के जोखिमों को कम करने में मदद कर सकते हैं।