नई दिल्ली: चक्रवात तूफान (Cyclonic Storm) बिपोर्जॉय (Biporjoy) को भारत पहुंचने में अभी दो दिन और लगेंगे लेकिन इसका प्रभाव दिखना शुरू हो चुका है।
Biporjoy की वजह से समुद्र में कई फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं इसके कारण पश्चिम-दक्षिण तटीय (West-South Coast) इलाकों में बारिश भी हो रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि चक्रवात बिपोर्जॉय पोरबंदर से 290 किमी और जखाऊ बंदरगाह से 360 किलोमीटर की दूरी पर है।
देश के तटीय इलाकों में चेतावनी जारी की
IMD ने बताया कि बिपरजॉय 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ (Saurashtra & Kutch) से टकराएगा।
मौसम विभाग ने इसे बहुत गंभीर श्रेणी में वर्णित किया है। वहीं चक्रवाती तूफान Biporjoy की वजह से मुंबई में मरीन ड्राइव पर हाई टाइड देखा गया।
इधर, मुंबई के जुहू बीच के पास सोमवार को ऊंची लहरों की चपेट में आने से पांच युवक डूब गए थे।
इनमें से तीन युवक को बचा लिया गया और दो अन्य की तलाश जारी है। बता दें कि चक्रवात बिपरजॉय को लेकर देश के तटीय इलाकों में चेतावनी जारी की गई है।
Biporjoy 16 तक पहुंचेगा राजस्थान
मौसम विभाग ने बताया कि Biporjoy 16 तक राजस्थान पहुंचेगा। इस वजह से उत्तर पश्चिम रेलवे ने कुछ ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवात तूफान बिपरजोय के मद्देनजर कई ट्रेन सेवाएं रद या आंशिक रूप से रद की कर दी गई है।
राजस्थान के कई इलाकों में 16-17 जून को भारी बारिश होने की संभावना है।
तूफान के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने 12 टीमें तैनात कर दी हैं, जो नौकाओं, पेड़ काटने वाली आरियों, संचार उपकरणों आदि से लैस हैं।
NDRF ने अपनी 15 टीमों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा
साथ ही NDRF ने अपनी 15 टीमों को आपात स्थिति के लिए तैयार रखा है।
मौसम विभाग ने बताया कि बिपरजॉय के कारण दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हल्की वर्षा होने की संभावना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि ने 15 और 16 जून को राष्ट्रीय राजधानी में भी बादल छाए रहने और बूंदाबांदी होने की संभावना है।