कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने मणिपुर (Manipur) में जारी हिंसा पर गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति की तत्काल बैठक की मांग की है।
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन (Derek O’Brien) ने समिति के अध्यक्ष बृजलाल को पत्र लिखकर तत्काल बैठक बुलाने का अनुरोध किया है।
पत्र में ओब्रायन ने कहा कि मणिपुर में जातीय हिंसा (Racial Violence) के परिणामस्वरूप राज्य के लोग जबरदस्त आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं और ATM के सामने लंबी कतारें हैं।
मणिपुर हिंसा की तुलना कुर्मी आंदोलन से
ओब्रायन के अनुसार, बैठक आयोजित करने से हिंसा प्रभावित राज्य में मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी।
तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व मणिपुर हिंसा के बारे में तब से मुखर रहा है, जब 3 मई को जातीय संघर्ष पहली बार शुरू हुआ था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मणिपुर हिंसा की तुलना अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल में चल रहे कुर्मी आंदोलन से भी की थी।
पंचायत चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती
उन्होंने BJP और केंद्र पर राज्य में अन्य आदिवासी समुदायों के लोगों के खिलाफ कुर्मियों को भड़काकर पश्चिम बंगाल में मणिपुर जैसी जातिगत हिंसा की स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ केंद्र पर मणिपुर संकट को हल करने में अनिच्छुक होने का आरोप लगाया।
मणिपुर का मामला 8 जुलाई के पंचायत चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती पर बहस के दौरान भी उभरा है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष ने मणिपुर में स्थिति को नियंत्रण में लाने में बलों की अक्षमता पर सवाल उठाया है।