पटना: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले मोदी मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) का जल्द विस्तार होने वाला है।
साथ ही मंत्रियों के विभागों में फेरबदल (Shuffle) होने के भी आसार हैं।
इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लोजपा (LJP) अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) को मोदी मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) में जगह मिल सकती है। उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है।
चार बार लग चुकी है मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें
बताया जा रहा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में सरकार एवं BJP संगठन दोनों को चुनावी तैयारी के हिसाब से मोदी दुरुस्त (Correct) करने जा रहे हैं।
इससे पहले जनवरी, संसद (Parliament) के बजट सत्र (Budget Session) के पश्चात्, जून में और अमेरिका दौरे से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें (Speculation) चार बार लग चुकी हैं।
चिराग के चाचा ने तोड़ा मंत्री बनने का सपना
रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के निधन के पश्चात चिराग पासवान (Chirag Paswan) के पास केंद्रीय मंत्री (Union Minister) बनने का अवसर जब आने वाला था तभी चाचा पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने पार्टी तोड़कर स्वयं को मंत्री बनवा लिया।
पारस के हाथों LJP के 6 में पांच सांसद गंवा चुके चिराग अकेले हैं। नरेंद्र मोदी को राम और स्वयं को हनुमान बताने वाले चिराग पासवान की NDA में वापसी तय है बस सही मुहुर्त (Auspicious Beginning) की प्रतीक्षा है।
सबको लगने लगा है कि लोजपा के 5 सांसद तोड़कर भले पशुपति पारस मंत्री बनने में सफल रहे किन्तु उनके पास अब समय कम है।
BJP एवं चिराग की दोस्ती के बीच में आने पर पशुपति पारस की राजनीति (Politics) निपटने का भी खतरा है।
चिराग पासवान को मंत्री बनाकर BJP दलित वोट पर लगा सकती है सेंध
बिहार में रामविलास पासवान के वोटर की नजर में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ही उनके तमाम अर्थों में वारिस हैं।
पारस का यह दावा जमीन पर मतदाताओं (Voters) के बीच बहुत वजनदार नहीं है कि चिराग रामविलास की संपत्ति के वारिस हैं जबकि वो राजनीति के उत्तराधिकारी हैं।
ये बात BJP को पता है कि पासवान (Paswan) एवं दलितों (Dalits) का वोट चिराग ही दिला सकते हैं, पारस नहीं देखने वाली बात बस ये होगी कि मोदी यदि मंत्रिमंडल (Cabinet) में फेरबदल करते हैं तो पारस को पैदल करते हैं या चाचा के साथ-साथ भतीजा (Nephew) को भी मंत्री बनाते हैं।