नई दिल्ली : BJP ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में जारी हिंसा को लेकर सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए मणिपुर में जातीय आग भड़काने का भी आरोप लगाया है।
BJP IT सेल के हेड और पश्चिम बंगाल BJP के सह प्रभारी अमित मालवीय (Amit Malviya) ने ट्वीट कर कहा, पश्चिम बंगाल जल रहा है।
पंचायत चुनाव खून से लथपथ है। सत्तारूढ़ TMC के अपराधियों ने कांग्रेस सहित विपक्षी कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या की है।
क्योंकि उन्हें डर है कि ममता करेंगी उनकी आलोचना
लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर राहुल गांधी या सोनिया गांधी तक किसी भी कांग्रेस नेता ने राज्य में व्यापक हिंसा और आगजनी के बारे में बात नहीं की है, क्योंकि उन्हें डर है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) उनकी आलोचना करेंगी।
लेकिन वही नेता मणिपुर में जातीय आग भड़का रहे हैं।
कांग्रेस के लोगों को मणिपुर हिंसा पर सबसे आखिर में लेक्चर देना चाहिए
मालवीय ने मणिपुर की हिंसा के लिए अदालत की टिप्पणी को बड़ी वजह बताते हुए कांग्रेस को उनके सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुए आगे कहा, कांग्रेस के लोगों को मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) पर सबसे आखिर में लेक्चर देना चाहिए जिसका (हिंसा) BJP सरकार से कोई लेना देना नहीं है और जो इस मामले में एक न्यायिक टिप्पणी का नतीजा है।
इसके विपरीत, 2015-17 के बीच, कांग्रेस की ओकराम इबोबी सिंह सरकार द्वारा 3 विधेयकों – मणिपुर पीपुल्स प्रोटेक्शन बिल 2015 (Manipur People’s Protection Bill 2015), मणिपुर भूमि राजस्व और भूमि सुधार (सातवां संशोधन) बिल 2015 और मणिपुर दुकानें और प्रतिष्ठान (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2015 को पारित करवाने के फैसले के विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद मणिपुर का चुराचांदपुर (Churachandpur) जिला लगभग 2 वर्षों तक जलता रहा।
मणिपुर हिंसा पर राजनीति करने से बाज आने की नसीहत देते हुए कहा
मालवीय ने कांग्रेस को मणिपुर हिंसा पर राजनीति करने से बाज आने की नसीहत देते हुए यह भी कहा कि, पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा पर आंखें मूंद लेने का पाखंड, जबकि मणिपुर में ऐतिहासिक जातीय संघर्ष को बढ़ावा देना, सबसे खराब किस्म का अवसरवाद है।