प्रयागराज : जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद (Ateek Ahmed) के दो बेटों उमर और अली ने जेलों में सुरक्षा की मांग (Umar and Ali demand Security in Jails) की है। उनके मुताबिक उनकी जान को खतरा है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) ने भाइयों द्वारा दायर मामलों की सुनवाई की अगली तारीख 12 जुलाई तय की है।
उन्होंने अदालत से यह निर्देश देने का अनुरोध किया है कि सुरक्षा कारणों से उनके संबंधित मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से की जाए।इसके अलावा, यदि आवश्यक हो, तो जेल परिसर में पूछताछ की जाए, जहां वे वर्तमान में बंद हैं।
हलफनामा दायर करने के लिए दो सप्ताह का समय
अतीक का बड़ा बेटा उमर फिलहाल लखनऊ जेल में बंद है और अली प्रयागराज (Ali Prayagraj) की नैनी सेंट्रल जेल में है।
उमर और अली द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए, न्यायमूर्ति राजीव गुप्ता और मंजीव शुक्ला (Rajeev Gupta and Manjeev Shukla) की खंडपीठ ने याचिकाकर्ताओं के वकील को पूरक हलफनामा दायर करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया।
घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई
अली और उमर का नाम उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) की जांच के दौरान सामने आया था। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है।
24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में वकील उमेश पाल और उनके दो पुलिस सुरक्षा गार्ड संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह (Security guards Sandeep Nishad and Raghavendra Singh) की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।