रांची : गुरुवार का दिन झारखंड (Jharkhand) के युवाओं के लिए बल्ले बल्ले।
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने राजधानी रांची के मोरहाबादी (Morhabadi) मैदान में 2550 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया।
पंचायती राज, राजस्व, वित्त एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के लिए नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में को CM ने संबोधित भी किया।
कहा कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एक साथ युवाओं को नियुक्त कर रही है।
पहले भी कई युवाओं को नियुक्ति पत्र (Appointment Letter) सरकार सौंप चुकी है।
सरकार बनने से पहले जो वादे किए थे, उसे सरकार पूरा कर रही है।
जिस आशा और उम्मीद के साथ सरकार काम कर रही है, उसमें युवाओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
विदेशी दौरा करने का मिलेगा मौका
पंचायत सचिवों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हर साल 5 मॉडल पंचायतों का चुनाव होगा।
पुरस्कार के तौर पर पंचायत सचिव सहित पूरे परिवार को विदेशी दौरा करने का मौका मिलेगा।
इससे राज्य के अन्य पंचायत सचिव भी अपनी पंचायतों को मॉडल बनाने के लिए प्रेरित होंगे।
रोजगार देना सरकार की प्रायोरिटी नंबर 1
CM ने कहा कि वर्तमान स्थिति में अगर पूरे देश में रोजगार पर नजर डालें, तो बहुत ही विचित्र स्थिति बनी हुई है।
आप सभी जानते हैं कि पूरे देश भर में रोजगार की क्या स्थिति है। आज देखा जाए, तो देश में सबसे अधिक रोजगार देने वाली संस्थाएं सिकुड़ने लगी हैं।
ऐसी स्थिति में हमारा यही प्रयास है कि जल्द से जल्द हम यहां के युवाओं को नियुक्ति दें।
कहा कि पहले की सरकारों में नियुक्तियां नहीं होती थीं, लेकिन वर्तमान सरकार जल्द से जल्द युवाओं को नियुक्ति दे रही है।
हर वर्ग के लिए सुरक्षित भविष्य की कल्पना
BJP पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि BJP ने तो पुरानी पेंशन स्कीम ही खत्म कर दी है।
इससे बुढ़ापे का सहारा छिन चुका है। ऐसे में झारखंड सरकार हर वर्ग के लिए सुरक्षित भविष्य की कल्पना कर रहे हैं।
बहुत मुश्किलों के बीच में ये नियुक्तियां दी जा रही हैं। बहुत साजिशों से बचकर यहां हजारों हजार की संख्या में युवाओं को नियुक्ति दी जा रही है।
सेना में नौकरी मात्र 4 साल की
CM ने समझाया कि पहले ग्रामीण सेना में नौकरी के लिए अपने बेटों को भेजते थे, लेकिन अब सेना में नौकरी मात्र चार साल की हो गई है।
उसके बाद युवा फिर से बेरोजगार हो जाएंगे। जिस तरह से निजीकरण की लहर चल रही है,उसमें सब कुछ बिक जा रहा है।
कहीं भी रोजगार नहीं है। ऐसी चुनौतियों के बीच में हम आपको सरकारी नौकरी दे रहे हैं, जहां आपको पुरानी पेंशन स्कीम के तहत ही पेंशन मिलेगी।
मौके पर मंत्री आलमगीर आलम, डॉ. रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद महुआ माजी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद थे।