Cappadocia Underground Cities : तुर्की में 5 हजार साल पुराने एक भूमिगत शहर के अवशेष (Remains of Underground City) मिले हैं।
इस शहर के लिए विशेष रूप से कोई खोज शुरू नहीं की गई थी, बल्कि पुरानी इमारतों (Old Buildings) को ढहाए जाने और उसका मलबा हटाने के दौरान शहर के खंडहर मिले।
तुर्की के समाचार पत्र Hurriyat News की खबरों के मुताबिक, देश के नेवसेहिर प्रांत के कप्पाडोशिया (Cappadocia) में कुछ पुराने घरों को गिराने का काम चल रहा था। श्रमिक जब मलबा हटा रहे थे, तभी उन्हें वहां करीब सात किलोमीटर लंबी एक सुरंग का पता चला।
निमार्ण कार्यों की देखरेख कर रहे अधिकारी जब इस सुरंग के रास्ते आगे बढ़े, तो उन्हें एक शहर के खंडहर मिले। भूगर्भ वैज्ञानिकों (Geologists) ने जब इन खंडहरों की जांच की, तो पता चला कि वहां कोई 5,000 साल पहले एक भूमिगत नगर बसाया गया था।
इसकी बसाहट (Habitation) कोई 50 लाख वर्गफीट में फैली थी। यह नगर जमीन के कोई 371 फीट नीचे बसाया गया था। इसकी आबादी लगभग 20,000 थी।
विदेशी आक्रमणकारियों से बचने के लिए बसाया गया था शहर
नेशनल जियोग्राफिक चैनल के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि विदेशी आक्रमणकारियों से बचने के लिए इस शहर को बसाया गया था। इसकी बसाहट का समय तुर्की के प्राचीन ऑटोमन साम्राज्य के काल का प्रतीत होता है।
शहर में घरों और सड़कों व गलियों का निमार्ण कार्य (construction of houses and roads) बेहद संतुलित और वैज्ञानिक तरीके से किया गया था। इसके खंडहरों में एक ऐसी बहुमंजिली इमारत मिली है, जिसमें अलग रसोई, ऊपर जाने के लिए सीधी व घुमावदार सीढ़ियां, स्नानघर, बरामदे, पत्थर की चक्कियां, रोशनदान, पानी आपूर्ति की लाइनें यहां तक कि दीप रखने वाले आले भी बने हुए हैं।
शहर को देखकर आश्चर्य में पुरातत्वविद
शहर में कई गुप्त रास्तों का भी पता चला है, जिनका इस्तेमाल आपातकाल (Emergency) में सुरक्षित बाहर निकलने के लिए किया जाता होगा। शहर को देखकर पुरातत्वविद आश्चर्य में हैं।
वह और भी खोज करना चाहते हैं, लेकिन शहर के नीचे और उसके आसपास की मिट्टी बेहद भुरभुरी होने के चलते वहां और खुदाई से खंडहरों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
यही वजह है कि इसका काम विशेष दल को सौंपने की तैयारी की जा रही है। इसके पहले खंडहरों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए जियो राडार मशीनों (Geo Radar Machines) का इस्तेमाल किया जाएगा।
बेहद दिलचस्प है शहर के मिलने की कहानी
इस भूमिगत शहर के मिलने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। बताया जा रहा है कि इस शहर के बारे में पहली बार लोगों को 1963 में पता चला था।
उस दौर में जब एक रईस शख्स की मुर्गियां (Nobleman’s Chickens) अचानक गायब होने लगीं। तब उसने पूरी रात जागकर छानबीन की तो उसे अपने घर में बने तहखाने में कुछ दरारें नजर आईं।
जिनमें छेद था और एक सुरंग सी नजर आ रही थी। इसके बाद शख्सन ने दीवार तुड़वा दी, और उसके बाद जो दिखा वो बस अद्भुत था।
सबसे पहले एक विशाल सुरंग (Giant Tunnel) नजर आई। आगे पुरातत्वविदों की निगरानी में और खुदाई करवाई गई तो पता चला कि यहां तो 500 से ज्यादा सुरंगें मौजूद हैं।
उन सुरंगों में Underground घर, राशन के गोदाम, स्कूल, वाइनरी, चर्च जैसी चीजें भी मौजूद थे। रिसर्च का काम करीब 20 साल तक चला और तब जाकर साल 1985 में डेरिनकुयु को यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेड की लिस्ट (List of World Heritage) में शामिल किया गया। बताया जाता है कि हजारों साल पहले यहां बड़े शांतिप्रिय लोग रहते थे।