रांची : झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष (Jharkhand Assembly Speaker) रविंद्र नाथ महतो (Ravindra Nath Mahato) ने हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की 60/40 नियोजन नीति पर राज्य के बेरोजगारों को भ्रमित करने का आरोप लगाया है।
अपने विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए BJP पर परोक्ष हमला बोलते हुए स्पीकर ने कहा कि छात्रों को नई नियोजन नीति पर भ्रमित किया जा रहा है।
छात्र नारा लगा रहे हैं कि 60/40 नाय चलतो।
उन्होंने यह भी कहा कि मैंने बहुत सारे बुद्धिजीवियों, नेताओं और कॉलेज के प्राध्यापकों से बातचीत की, लेकिन उनको भी इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
पूछने पर कहते हैं कि इसका मतलब हुआ 60 स्थानीय और 40 बाहरी, जबकि ऐसा नहीं है।
नीति की हकीकत को बताया
स्पीकर महतो ने कहा कि नई नियोजन नीति (New Employment Policy) में सरकारी नौकरियों के वर्णित 60 से तात्पर्य आरक्षण कोटि से है।
इसमें 28 फीसदी अनुसूचित जनजाति, 27 फीसदी OBC, 12 फीसदी SC और 10 फीसदी सवर्ण गरीब को मिला हुआ आरक्षण है।
बाकी 40 फीसदी ओपन फॉर ऑल (Open For All) है। उन्होंने कहा कि क्या बाकी का गैर आरक्षित 40 फीसदी है उसमें झारखंडी छात्र नहीं आएंगे।
स्पीकर ने कहा कि यदि झारखंड सरकार थोड़ी पैनी निगाह रखे तो उन 40 फीसदी में भी सारे झारखंडी छात्र ही आएंगे।
BJP के इशारे पर काम करता है राजभवन
स्पीकर महतो ने अपने संबोधन में राजभवन को भी निशाने पर लिया।
स्पीकर ने स्थानीयता, सरना धर्म कोड और आरक्षण विधेयक राज्यपाल द्वारा लौटाए जाने की चर्चा करते हुए राजभवन पर निशाना साधा।
स्पीकर ने सीधे तौर पर कहा कि राजभवन BJP के इशारे पर काम करता है।
पब्लिक को यह समझना होगा कि कौन उनका दोस्त है और कौन दुश्मन।
यह सरकार लगातार राज्य की प्रगति के लिए कार्य कर रही है।