वेलिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) अत्याधुनिक विमान ‘Air Force One’ से सफर करते हैं, जो उनका चलता-फिरता कमान केंद्र होता है।
इसके विपरीत न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिप्किंस का विमान बोइंग-757 (Chris Hipkins’s Boeing-757) इतना पुराना है कि उसके खराब होने की आशंका हमेशा बनी रहती है, ऐसी स्थिति में उन्हें चीन यात्रा पर एक ‘बैकअप’ विमान ले जाना पड़ा है।
न्यूजीलैंड के अधिकारियों ने सोमवार को स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री के विमान के खराब होने की आशंका बनी रहती है और ऐसे में वह चीन में ही न फंस जाए, इसके मद्देनजर एक ‘बैकअप’ विमान (‘Backup’ Aircraft) भी उनके साथ भेजा गया है।
कार्मेल सेपुलोनी ने कहा…
अधिकारियों ने इसके साथ ही रेखांकित किया कि उन्होंने विमान केवल मनीला तक भेजा है, जो वेलिंगटन से बीजिंग (Wellington to Beijing) की दूरी का 80 प्रतिशत है।
वहीं, न्यूजीलैंड में कार्यवाहक प्रधानमंत्री कार्मेल सेपुलोनी (Carmel Sepuloni) ने पूरे प्रकरण पर सफाई देते हुए कहा, ‘‘अगर हमारे पास ‘बैकअप’ विमान नहीं होगा और कुछ होता है तो वे न केवल चीन में फंस जाएंगे, बल्कि उनको वहां ठहराने और अंतिम समय में वापस लाने के लिए विमान की व्यवस्था करने में जो खर्च आएगा, वह ‘बैकअप’ विमान से अधिक होगा।’’
यात्रा में देरी की वजह से कार्यक्रम को करना पड़ा रद्द
प्रधानमंत्री द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे रॉयल न्यूजीलैंड एयरफोर्स (Royal New Zealand Airforce) के दो विमान 30 साल पुराने हैं और इन्हें 2030 में बदला जाना है। हालांकि, इनमें लगातार खराबी की समस्या आ रही है।
वर्ष 2016 में तत्कालीन प्रधानमंत्री John की जब अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की यात्रा पर जा रहे थे, उस वक्त विमान में खराबी की वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया में तबतक रुकना पड़ा था, जबतक न्यूजीलैंड से ‘बैकअप’ विमान (Backup Aircraft) नहीं आया। यात्रा में देरी की वजह से जॉन की को मुंबई जाने का कार्यक्रम रद्द (Program Canceled) करना पड़ा था।