रांची: पहले सोशल साइट इंस्टाग्राम Instagram पर दोस्ती फिर नाबालिग लड़की को बहला-फुसला कर भगा ले जाने का मामला कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग का तो नहीं।
जी हां, सदर थाना क्षेत्र के पीएचइडी कॉलोनी से सीआरपीएफ कर्मी की लापता 16 वर्षीया नाबालिग बेटी तीन दिन बाद आदर्श नगर में रहने वाली पम्मी नामक एक महिला के घर से बरामद तो कर ली गई है।
लेकिन मामले की तहकीकात कर रही पुलिस इसे ह्यूमन ट्रैफिकिंग का केस होने से भी इनकार नहीं कर पा रही है।
हालांकि, पुलिस ने मामले में पम्मी नामक महिला समेत एक और लड़की को पकड़ लिया है, इनके ऊपर सीआरपीएफ कर्मी की बेटी को बहला-फुसलाकर भगाने का आरोप है।
वहीं, सोमवार को नाबालिग लड़की का अदालत में 164 का बयान दर्ज होगा। इसके बाद मेडिकल होगा। तब तक उसे प्रेमाश्रय में रखा गया है।
क्या है मामला
सदर थाना प्रभारी वेंकटेश कुमार के अनुसार, पम्मी की नाबालिग लड़की से सोशल साइट इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी।
संपर्क में आने के बाद से लगातार दोनों में बातचीत होती थी।
इसके बाद अचानक घर से लड़की निकल गई। वहीं, नाबालिग के गायब होने के बाद से परिजन काफी परेशान रहे।
तकनीकी सेल की मदद से पुलिस ने आदर्श नगर से नाबालिग को ढूंढ निकाला। बदामदगी की सूचना परिजनों को दे दी गई है।
कौन है ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली पम्मी
हालांकि, पुलिस यह छानबीन कर रही है कि आखिर नाबालिग को आदर्श नगर में छिपा कर क्यों रखा गया था। पुलिस ट्रैफिकिंग से भी इनकार नहीं कर रही है।
बता दें कि सीआरपीएफ कर्मी रांची से बाहर पोस्टेड हैं। 20 जनवरी को उनकी बेटी बिना बताये कहीं गायब हो गई थी।
परिजनों ने पम्मी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पम्मी कोकर के दीपाटोली में रहती है।
ब्यूटी पार्लर में काम करती है। उसका पति राहुल मारपीट के मामले में होटवार जेल में बंद है।