नई दिल्ली: Maharashtra जैसा सियासी दांव पेंच उत्तर प्रदेश में भी खेले जायेंगे।
SP (समाजवादी पार्टी) के कई विधायक जल्द ही उत्तर प्रदेश की सरकार (Government of Uttar Pradesh) के साथ शामिल होंगे।
सुभासपा के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने सोमवार को वाराणसी (Varanasi) स्थित सुभासपा (SBSP) कार्यालय में कहा कि UP सरकार का विस्तार होगा तो सूबे की राजनीति में खेल होगा। यहां भी वही खेल होगा, जो महाराष्ट्र में हुआ है।
सपा में भविष्य नही है
सपा के कई विधायक UP सरकार में शामिल होना चाहते हैं। वहीं कई लोग लोकसभा टिकट के लिए दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं।
कहा कि अखिलेश यादव के रवैये से सपा के विधायक और सांसद नाराज हैं।
वो अपना भविष्य समाजवादी पार्टी (SP) में नहीं देख रहे हैं। ओमप्रकाश राजभर ने इसका कारण भी बताया।
बसपा के साथ सपा का गठबंधन
सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) तेलंगाना के मुख्यमंत्री KCR से मिलने जा रहे हैं लेकिन वो बसपा प्रमुख मायावती से नहीं मिल रहे।
BSP और मायावती (Mayawati) उत्तर प्रदेश में गेमचेंजर हैं। ओपी राजभर ने आगे कहा कि अगर मायावती तैयार होती हैं तो सुभासपा बसपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार है।
इसके साथ ही राजभर ने दावा किया कांग्रेस भी मायावती के साथ गठबंधन करना चाहती है। 2024 में हमलोग नया तीसरा मोर्चा बनाएंगे।
मुस्लिम वोट बैंक नही दे रहा सपा का साथ
एक सवाल के जवाब में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा की ताकत घटी है। अब मुसलमान वोट चार खेमे में बंट गया है।
BJP को भी मुस्लिम वोट मिलने लगा है। अब वो समय खत्म हो गया जब मुस्लिम वोट बैंक SP के साथ था। अब यह BJP, SP, BSP और कांग्रेस में बंट गया है।
जब सत्ता रही समाजवादी पार्टी की मुसलमान को CM तो क्या डिप्टी CM भी नहीं बनाया।
सपा चार बार सत्ता में आई लेकिन मुस्लिम समाज को उनका हक नहीं मिला। अब समाजवादी पार्टी किस मुंह से मुस्लिम समाज स वोट मांगेगी।
38 % मुसलमान सरकारी नौकरी में था
राजभर ने दावा किया कि आजादी के बाद 38 फीसदी मुसलमान सरकारी नौकरी में था।
तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा ने इतना विकास किया कि आज की तारीख में एक फीसदी लोग भी सरकारी नौकरी में नहीं हैं।
आप जब नौकरी देने औऱ हिस्सेदारी देने में मुस्लिम समाज की उपेक्षा करोगे तो वोट की आस कैसे करोगो। सपा से हर वर्ग नाराज है।