नई दिल्ली : जून में ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) की 39वीं बरसी के मौके पर कनाडा (Canada) में खालिस्तानी समर्थकों (Khalistani supporters) ने एक परेड (Parade) निकाली थी।
बता दें कि इस परेड में इंदिरा गांधी की हत्या (Assassination of Indira Gandhi) को दर्शाने वाली एक झांकी भी दिखाई गई।
इस पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने कनाडा पर इल्जाम लगते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते Canada खालिस्तानियों का समर्थन करता है।
इस हरकत से भारत और Canada के बीच का रिश्ते पर असर हो सकता है।
कनाडा ने भारत को ठहराया गलत
Canada के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (PM Justin Trudeau) ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत सरकार गलत है।
कनाडा ने हमेशा हिंसा और धमकियों को बेहद गंभीरता से लिया है। हमने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ गंभीर कार्रवाई की है।
कनाडा में इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी
कनाडा के ब्रैम्पटन शहर (Brampton City) में 4 जून को खालिस्तान समर्थकों ने एक Parade निकाली थी। यह परेड 6 जून को Operation Blue Star की 39 वीं बरसी से पहले निकाली गई थी।
परेड की एक झांकी में इंदिरा गांधी की हत्या को दिखाया गया था।
झांकी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Former PM Indira Gandhi) को खून से सनी सफेद साड़ी में हाथ ऊपर किए दिखाया गया था।
झांकी के वीडियो में पगड़ी पहने कुछ आदमियों को इंदिरा गांधी पर बंदूक ताने हुए दिखाया गया था।
झांकी में दिखाए गए इस सीन के पीछे एक पोस्टर लगा हुआ था जिस पर लिखा हुआ था- ‘बदला’।
ज्ञात हो कि इंदिरा गांधी की हत्या 31 अक्टूबर 1984 को उनके दो सिख बॉडीगार्ड्स ने कर दी थी।
क्या है ‘Kill India’ ?
इससे ठीक तीन दिन पहले सिख फॉर जस्टिस के बैनर तले कनाडा में कुछ पोस्टर लगाए गए थे।
इन पोस्टर्स पर ‘Kill India’ लिखा गया था।
इतना ही नहीं, इन पोस्टर्स में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत अपूर्वा श्रीवास्तव पर खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भी आरोप लगाया गया था।
खालिस्तानी टाइगर फोर्स (Khalistani Tiger Force) प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे की पार्किंग में हत्या कर दी गई थी।
चरमपंथी तत्वों से हिंसा ना भड़काने का आग्रह
भारत विरोध खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) कनाडा में समय-समय पर जनमत संग्रह कराता रहता है।
भारत के कड़े विरोध के बावजूद सितंबर 2022 में Canada के आंटारियों में भारत विरोधी जनमत संग्रह कराया गया था।
भारत सरकार ने इस जनमत संग्रह को आपत्तिजनक और पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित करार दिया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कनाडा सरकार को अगाह करते हुए कहा था कि इससे सभी वाकिफ हैं कि इस तरह के चरमपंथी तत्वों ने इतिहास में किस तरह से हिंसा की है।
भारत सरकार ने कनाडा को चेतावनी देते हुए कहा था कि पन्नू जैसे सिख चरमपंथी को खुला छोड़कर ट्रूडो सरकार आग से खेल रही है।
कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के बयान की निंदा
भारत सरकार ने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के बयान की निंदा की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) के दौरान कहा कि हमने इस मुद्दे को कनाडा सरकार के सामने उठाया है।
भारत को लेकर PM ट्रूडो की ओर से की गई टिप्पणियों से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट देखी है। यह मुद्दा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का नहीं है।
बल्कि, यह मुद्दा हिंसा की वकालत करने, अलगाववाद का प्रचार करने और आतंकवाद को सही ठहराने के लिए इसके दुरुपयोग का है।