Ration Card in India : राशन कार्ड (Ration Card) की जरुरत किसको नहीं है। राशन कार्ड मल्टीटास्किंग (Multitasking) करता है, जिसका मतलब इससे हमें राशन तो मिलता ही है।
साथ में कई जगह ये एड्रेस या आइडेंटिटी प्रूफ (Address or Identity Proof) की तरह भी काम करता है।
गरीबों की एक मात्र रोज़ी रोटी का सहारा, जो सरकार ने उन्हें मुहैया कराया हैं वो राशन कार्ड है।
राशन कार्ड के प्रकार
क्या आपको पता हैं कि राशन कार्ड कितने तरह के होते हैं? उन पर कितना राशन मिलता है और क्या होता है दाम?
आम तौर पर Ration Card तीन तरह के होते हैं, लेकिन अलग-अलग राज्यों में इनकी संख्या अधिक भी हो सकती है।
आम तौर पर Ration Card तीन तरह के होते हैं
1- गरीबी रेखा से ऊपर का यानी APL राशन कार्ड
2- गरीबी रेखा से नीचे का यानी BPL राशन कार्ड
3- अंत्योदय राशन कार्ड
इन Ration Card पर अलग-अलग मात्रा में और अलग-अलग दाम पर राशन मिलता है।
इनके अलावा भी राज्य कुछ अतिरिक्त कार्ड जारी कर सकते हैं।
जैसे दिल्ली में टेंपरेरी राशन कार्ड (Temporary Ration Card) है, जो कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए शुरू किया गया है।
1- गरीबी रेखा से ऊपर का यानी APL राशन कार्ड
गरीबी रेखा से ऊपर का यानी APL राशन कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है, जिनकी सालाना आय एक तय गरीबी रेखी से अधिक होती है। दिल्ली में यह करीब 1 लाख रुपये है।
यानी 1 लाख रुपये से ऊपर की आय वालों को यह कार्ड मिलेगा। फिलहाल इसे PR कार्ड कहा जाता है।
इस कार्ड पर अलग-अलग राज्य सरकारें अलग-अलग दाम पर राशन देती हैं और साथ ही उनकी मात्री भी अलग-अलग हो सकती है।
जैसे दिल्ली में इस कार्ड पर प्रति व्यक्ति 4 किलो गेहूं 2 रुपये की दर से और 1 किलो चावर 3 रुपये की दर से दिया जाता है।
वहीं उत्तराखंड में एक APL कार्ड पर हर महीने 8।60 रुपये की दर से 5 किलो गेहूं और 11 रुपये की दर से 2।5 किलो चावल दिया जाता है।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कार्ड पर एक सदस्य है या 10 हैं।
2- गरीबी रेखा से नीचे का यानी BPL राशन कार्ड
गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने वाले लोगों को BPL राशन कार्ड दिया जाता है। अधिकतर राज्यों में इसे प्राइओरिटी हाउसहोल्ड राशन कार्ड में बदल दिया गया है।
पहले BPL राशन कार्ड पर प्रति कार्ड के हिसाब से राशन दिया जाता था, लेकिन अब प्रति सदस्य के हिसाब से राशन दिया जाता है।
अभी इस कार्ड को दिल्ली में PRS कार्ड कहते हैं।
दिल्ली के सिटीजन चार्टर 2017 (Citizen Charter 2017) के अनुसार इस कार्ड पर 2 रुपये के भाव से 4 किलो गेहूं और 3 रुपये के भाव से 1 किलो चावल प्रति सदस्य दिया जाता है।
यानी एक सदस्य को 5 किलो राशन, वो भी सस्ते दाम पर। कार्ड पर जितने अधिक सदस्य होंगे, राशन उतना ही बढ़ा जाएगा।
जैसे अगर किसी Ration card पर 5 सदस्य हैं तो उसे कुल 25 किलो राशन मिलेगा, जिसमें 20 किलो गेंहू और 5 किलो चावल होगा।
3- अंत्योदय राशन कार्ड
अंत्योदय स्कीम की शुरुआत भारत सरकार की तरफ से हुई है, जिसे हर राज्य में लागू किया गया है।
दिल्ली में भी इस स्कीम के तहत Ration card बनते हैं। अंत्योदय राशन कार्ड (Antyodaya Ration Card) ऐसे लोगों के लिए बनाया जाता है, जो आर्थिक रूप से बहुत अधिक कमजोर हैं और बहुत ही कम पैसे कमा पाते हैं।
जैसे विकलांग, बेहद कम कमाई वाले अति वरिष्ठ लोग, अकेले बुजुर्ग या अकेली विधवा आदि।
दिल्ली के Citizen Charter 2017 इस कार्ड पर 2 रुपये प्रति किलो के भाव से 25 किलो गेंहूं और 3 रुपये के भाव से 10 किलो चावल हर महीने मुहैया कराया जाता है।
इसके अलावा इस पर 13.5 रुपये में 1 किलो चीनी भी मिलती है।