UP News : गाजीपुर जिले के नसीरपुर गांव (Nasirpur Village) में एक अजीबो-गरीब मामला (Strange Case) सामने आया है। शादी (Marrige) के बाद ससुराल पक्ष के लोग बहू को मायके भेजने को राजी नहीं हुए तो डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस दूल्हे को कोतवाली ले आई। लेकिन पूरा मामला संज्ञान में आया तो सुनकर पुलिस भी चकरा गई। दरअसल, बीते 11 जून को थाना करंडा इलाके की बसंत पट्टी में शादी की रस्म के दौरान एक साली ने दूल्हे से देश के प्रधानमंत्री का नाम (Name of Prime Minister) पूछ लिया।
लेकिन दूल्हा नहीं बता पाया। इसके बाद दुल्हन की सहेलियों ने और भी सवाल किए, लेकिन दूल्हा जवाब नहीं दे सका। इससे हैरान दुल्हन ने दूल्हे को मंदबुद्धि (Groom as Retarded) मानकर नकार दिया।
बाद में घरातियों के दबाव में दूल्हे के छोटे भाई से दुल्हन की शादी (Bride Wedding) करा दी गई और विदाई कराकर बारातियों के साथ दुल्हन ससुराल चली आई। फिर लड़की वाले अपनी बेटी को लेने उसकी ससुराल पहुंचे तो मामला पुलिस के पास पहुंचा।
क्या है पूरा मामला
सैदपुर थाना इलाके के नसीरपुर गांव निवासी शिव शंकर (27) पुत्र राम अवतार राम की शादी बसंत पट्टी गांव निवासी लखेदू राम की पुत्री रंजना (Ranjana) से तय थी।
शिव शंकर (Shiv Shankar) बारातियों संग 11 जून को लड़की के घर पहुंचा। रात को शिव शंकर की रीति रिवाज के साथ रंजना से शादी कराई गई।
दूल्हा नहीं बता पाया देश के प्रधानमंत्री का नाम
इसी दौरान सुबह के समय खिचड़ी की रस्म (Khichdi Ceremony) अदा करने के दौरान एक साली ने देश के प्रधानमंत्री का नाम पूछ लिया, लेकिन दूल्हा नहीं बता पाया। इस दशा में लड़की के परिजनों ने बातचीत की तो पता चला कि दूल्हा मंदबुद्धि है।
कम उम्र के देवर से करवा दी शादी
लड़के के पिता राम अवतार का आरोप है कि लड़की पक्ष के लोगों ने बड़े लड़के शिव शंकर को हाफ माइंड (Half Mind) बताकर असलहे के दम पर छोटे लड़के अनंत से शादी करा दी।
जबकि छोटे पुत्र अनंत की उम्र भी अभी कम है। जिसके बाद भी वे लोग शादी को मान्यता देते हुए बहू को लेकर घर आ गए।
दूल्हे के पिता का आरोप
दूल्हे के पिता का आरोप है कि बीते शनिवार को लड़की पक्ष के लोग घर आकर बहू को जबरदस्ती ले जाने लगे।
जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। दोनों पक्षों को सैदपुर थाना बुलाया गया। अब मामले का निस्तारण (Settlement of the Case) कराने की कोशिश थानाध्यक्ष की ओर से की गई है।
अब इस पर थानाध्यक्ष वंदना सिंह (Vandana Singh) का कहना है कि किसी की तरफ से कोई शिकायती पत्र नहीं मिला था। लड़की पक्ष की शिकायत पर 112 नंबर लड़के को थाने ले आई थी।
फिर दोनों पक्ष आपस में बातचीत कर मामला सुलझा लिया और लड़के को छोड़ दिया गया है। अब गाजीपुर में इस शादी को लेकर खूब चर्चाएं हैं।