बोकारो/रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि राज्य सरकार की हर योजना और नीति जन आकांक्षाओं (Planning and Policy Public Aspirations) के अनुरूप है।
सरकार जो भी कार्य योजना बनाती है, उसमें जनता की सोच और उसकी उम्मीदों का विशेष ध्यान रखा जाता है। समाज का कोई भी वर्ग और तबका हो, हर किसी के हित और कल्याण (Interest and Welfare) से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
सोरेन गुरुवार को बोकारो के नवाडीह में योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास एवं परिसंपत्तियों के वितरण समारोह (Inauguration-Foundation Laying and Distribution of Assets Ceremony) में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एक लंबे संघर्ष और आंदोलन के बाद हमने झारखंड तो ले लिया लेकिन पिछले दो दशकों में इस राज्य को जहां होना चाहिए वहां नहीं पहुंच सका।
तमाम संसाधनों और क्षमताओं के बाद भी झारखंड की गिनती पिछड़े राज्यों में होती है। अब हमारी सरकार इस राज्य की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए कृत संकल्प है।
बच्चियां स्कूल से जुड़ी रहें, इसके लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की गई
राज्य में कई योजनाएं शुरू की गई है और कई शुरू होंगी। ये योजनाएं झारखंड की दशा, दिशा और स्वरूप को बदलने का काम करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे सिर्फ अपनी पढ़ाई की चिंता करें। पढ़ाई का खर्च सरकार वहन करेगी। बच्चियां स्कूल से जुड़ी रहें, इसके लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की गई है।
छात्रवृत्ति राशि में इजाफा किया गया है। विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग से लेकर मेडिकल इंजीनियरिंग और लॉ जैसे कोर्सेज की पढ़ाई पर होने वाले खर्च को भी सरकार वहन कर रही है।
यदि विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो उसका शत-प्रतिशत खर्च सरकार वाहन कर रही है। इसी कड़ी में गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की जा रही है । इसके तहत 15 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन न्यूनतम ब्याज दर पर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा…
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ी शिक्षित और मजबूत बने, इसके लिए कई योजनाएं हैं। सरकार ने निजी विद्यालयों की तर्ज पर बच्चों को बेहतर और गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
नियुक्ति पत्र वितरण करने का सिलसिला लगातार जारी है और यह आगे भी चलेगा। राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री पशुधन योजना इसी कड़ी का एक अहम हिस्सा है। इसके तहत लाभुकों को सरकार के द्वारा जो भी पशु दिया जाएगा, उसका अब इंश्योरेंस होगा, ताकि पशुओं की मौत पर लाभुकों को आर्थिक क्षति नहीं हो और वह आगे भी पशुपालन से जुड़े रहे।
इन योजनाओं का हुआ उद्घाटन और शिलान्यास
-मुख्यमंत्री ने 17097.82 लाख रुपये की लागत से कुल 70 परियोजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया। इसमें 2322.65 लाख रुपये की 17 योजनाओं का लोकार्पण किया एवं 14775.17 लाख रुपये की 53 योजनाओं की आधारशिला रखी।
-10067 लाभुकों के बीच 5636.94 लाख रुपए की परिसंपत्ति बांटी।
-मॉडल डिग्री कॉलेज, गोमियां के भवन का उद्घाटन।
-चंदनक्यारी, गोमियां, चंद्रपुरा और चास में स्थित उच्च विद्यालय में अतिरिक्त कक्षा और मल्टीपर्पज ऑडिटोरियम के निर्माण कार्य की रखी गई आधारशिला।
-पेटरवार, गोमिया, चंदनक्यारी, नवाडीह और चास में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में ऑडिटोरियम का शिलान्यास।
-एकीकृत धनवंतरी आयुष अस्पताल, बोकारो के निर्माण की रखी गई नींव।
-50 बिस्तरों वाले क्रिटिकल केयर अस्पताल का शिलान्यास।
-मॉडल डिग्री कॉलेज, नवाडीह का शिलान्यास।
इस मौके पर मंत्री बेबी देवी, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री योगेंद्र प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव सुनील कुमार, DIG कन्हैयालाल मयूर पटेल (Kanhaiyalal Mayur Patel) और जिले के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक सहित अन्य लोग मौजूद थे।