लखनऊ : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान (Azam Khan) जेल में रहने और खराब स्वास्थ्य के बाद अब काम पर वापस लौट रहे हैं।
वह 2024 के चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं से मिल रहे है।
सपा नेता आजम खान अपने बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) के साथ मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष (President) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ आम की दावत के लिए मलिहाबाद गए थे।
मलिहाबाद रवाना होने से पहले आजम ने लखनऊ पार्टी कार्यालय में अखिलेश के साथ दो घंटे से अधिक समय बिताया।
कर रहे 2024 के चुनावों के लिए जमीन तैयार
दोनों नेताओं में राजनीतिक मुद्दों, खासकर विपक्षी गठबंधन और लोकसभा चुनाव की रणनीति से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
आजम नियमित रूप से रामपुर में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं और 2024 के चुनावों के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं।
वह फरवरी 2020 से पार्टी की राजनीति से दूर थे, जब उनके बेटे द्वारा दायर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के लिए उन्हें, पत्नी और बेटे को एक साथ जेल भेज दिया गया था।
पार्टी कार्यक्रमों में आजम की सक्रिय भागीदारी की वापसी
इसके बाद सपा नेता आजम खान को स्वास्थ्य समस्याओं (Health Problems) का सामना करना पड़ा और फिर एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें राज्य विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
पार्टी कार्यक्रमों में आजम की सक्रिय भागीदारी की वापसी को मुसलमानों को यह संदेश देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है कि पार्टी ने खान को नहीं छोड़ा है।
अखिलेश के एक करीबी नेता ने कहा
इसके अलावा आजम की वापसी से पार्टी का पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (Minority) का फॉर्मूला भी पूरा हो गया है। वही, पार्टी नेता इन खबरों को खारिज करते हैं कि आजम को अचानक सपा में महत्व मिल गया है।
अखिलेश के एक करीबी नेता ने कहा, वह हमेशा समाजवादी परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं और परिस्थितियों के कारण उन्हें दूर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा।