सेहत के प्रति रहिए सतर्क, कमर के नीचे दर्द को न करें इग्नोर, बड़ी बीमारियों के…
जब किसी को स्पाइनल स्टेनोसिस (Spinal Stenosis) होता है तो इस स्थिति में रीढ़ की नलिकाएं (Spinal Canal) यानी कैनाल्स संकुचित होने लगती हैं इसी वजह से नर्व्स (Nerves) पर दबाव बढ़ जाता है
Lower Back Pain : ऑफिस (Office) में काम कर रहे हर किसी को 7-8 घंटे लैपटॉप (Laptop) के सामने बैठ कर बिताना होता है।
ऑफिस लाइफ (Office life) में लंबे वक्त तक एक ही पोज में बैठने की वजह से कई लोगों में लोअर बैक (Lower Back) यानी कमर के निचले हिस्से में दर्द देखने को मिलता है।
काम के चक्कर में लोग हेल्थ को इग्नोर (Ignore) कर देते है। कमर दर्द लगातार बना रहे तो यह कुछ हेल्थ प्रॉब्लम (Health Problem) की तरफ इशारा करता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।
स्पाइनल स्टेनोसिस हो सकता है पीठ और कमर दर्द का कारण
जब किसी को स्पाइनल स्टेनोसिस (Spinal Stenosis) होता है तो इस स्थिति में रीढ़ की नलिकाएं (Spinal Canal) यानी कैनाल्स संकुचित होने लगती हैं इसी वजह से नर्व्स (Nerves) पर दबाव बढ़ जाता है।
Spinal Stenosis में गर्दन में दर्द से लेकर पीठ दर्द और हाथ-पैरों में कमजोरी हो सकती है।
किडनी स्टोन का है संकेत
कुछ लोगों में किडनी स्टोन (Kidney stone) में भी Lower Back में पेन देखा जाता है।
पीठ के निचले भाग में बहुत तेज दर्द होना या रुक-रुक कर दर्द होना, इसके साथ ही यूरिन (Urine) पास होने में दिक्कत, किडनी स्टोन यानी गुर्दे में पथरी का संकेत हो सकता है।
ऑस्टियोपोरोसिस की प्रॉब्लम
ये एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम (Health Problem) है जब हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) में हड्डियों के फ्रैक्चर (Bone Fractures) होने की आशंका काफी बढ़ जाती है।
फिलहाल ये बीमारी ज्यादातर 50 की उम्र के बाद ही देखने को मिलती है। Osteoporosis के बढ़ने के साथ ही तेज दर्द की समस्या हो सकती है।
इसलिए अगर कमर में दर्द से आराम न मिले तो डॉक्टर से मिलकर जांच करवानी चाहिए।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी केवल एक सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह जानकारी किसी भी प्रोफेशनल विशेषज्ञ द्वारा नहीं दी गई है। इससे संबंधित कोई भी कदम उठाने से पहले अपने विशेषज्ञ से अवश्य संपर्क करें।