रांची : वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के टेट पास पारा शिक्षक (Tet Pass Para Teacher) यानी सहायक अध्यापक (Teaching Assistant) लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, मगर सरकार ने इसे लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया है।
अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, शनिवार को राज्य भर के सहायक शिक्षकों (Assistant Teachers) ने राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान से न्याय मार्च निकाला और वे CM हाउस को घेरने जा रहे थे।
बीच में ही इन शिक्षकों को मोरहाबादी मुख्य सड़क पर पुलिस ने बैरिकेडिंग (Barricading) के सामने रोक दिया। शिक्षकों ने बैरिकेडिंग हटाने की मांग की, लेकिन पुलिस से टस से मस नहीं हुई। इस दौरान शिक्षक सरकार के विरुद्ध जमकर नारे लगा रहे थे।
परीक्षा में शामिल नहीं होने की दी धमकी
वेतनमान की मांग अड़े पारा शिक्षकों ने सरकार की ओर से आयोजित की जाने वाली सहायक आचार्य परीक्षा में शामिल नहीं होने की धमकी दी है।
शिक्षकों का स्पष्ट कहना है कि पिछले 15 से 20 वर्षों से वे सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं। अब सरकार परीक्षा लेकर हमें नियमित करने की बात कह रही है।
यह न्याय संगत नहीं है। अगर उन्हें वेतनमान देकर नियमित नहीं किया जाता है तो सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में उलगुलान छोड़कर नाकेबंदी भी करेंगे।
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
टेट पास पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहां कि हेमल सरकार (Hemant Sarkar) वादाखिलाफी कर रही है। जिस वक्त समझौता हो रहा था, उस समय मुख्यमंत्री ने यह कहा था कि 3 महीने के अंदर वेतनमान दिया जाएगा।
आज तक इसे पूरा नहीं किया गया। एक प्रकार से टेट पास सभी पारा शिक्षक (Para Teacher) अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
हम न्याय मार्च के जरिए मुख्यमंत्री के समक्ष गुहार लगाने आए हैं। हमारी मां ने नहीं मानी जाएंगी तो राज्य के 15000 टेट पास पारा शिक्षक और आंदोलन तेज करेंगे।