रांची: BJP के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पूर्व चीफ मिनिस्टर बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) पर JMM के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या (Supriyo Bhattacharya) ने जमकर निशाना साधा।
साथ ही लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में BJP की स्थिति को लेकर भी बड़ा दावा किया। सुप्रीमो ने शनिवार को कहा कि भाजपा ने एक ऐसे नेता के हाथों में पार्टी की बागडोर सौंपी है जो 2019 के बाद पार्टी के विधायक दल का नेता भी नहीं बन सका।
14 सालों तक वनवास में रहने वाले बाबूलाल मरांडी ने विगत 7 वर्षों तक पानी पी-पी कर प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) को कोसने का काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बाबूलाल मरांडी को कोढ़ कहा था।
… तो मोरहाबादी में बनवा देंगे कुतुब मीनार
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा का हाल 2009 और 2004 की तरह होने वाली है। केवल एक सीट कोडरमा भाजपा के पास थी।13 सीटें हमारी थीं। 2024 में एक भी सीट भाजपा नहीं जीतेगी।
बाबूलाल सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल कहें तो मोरहाबादी में कुतुबमीनार बनवा देंगे। भाजपा कार्यालय के चारों तरफ नेट लगवा देंगे।
कहीं बाबूलाल मरांडी छत पर चढ़ कर कूद न जाएं। सुप्रियो ने कहा कि झारखंड के आदिवासी- मूलवासी कभी भाजपा के साथ नहीं जा सकते हैं।
वे जानते हैं कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट के साथ खिलवाड़ किया गया है। फॉरेस्ट राइट एक्ट, फॉरेस्ट प्रोडक्ट एक्ट को खत्म करके कॉरपोरेट को घुसाने का काम भाजपा के लोग करेंगे।
आदिवासी सम्मान की झूठी बात करते हैं
सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोग आदिवासी सम्मान की बात करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के सीधी की बात करना भूल गए। आदिवासी के सिर पर पेशाब करने वाले भाजपा के नेता पर बोलना भूल गए।
भोपाल में PM मोदी NCP को नेशनल करप्ट पार्टी कहते हैं। बिना नाम लिये मुख्य अभियुक्त को महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनाया जाता है। सिंचाई घोटाला, कृषि घोटाला व तमाम घोटाले (Irrigation Scam, Agriculture Scam and all Scams) वाले विभाग का जिम्मा टूटे हुए NCP के पास है।
…तो बाबूलाल को हटाने में आसानी होगी
बाबूलाल मरांडी को इसलिए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया कि जब 2024 में यहां की लुटिया डूब जाएगी, तो इन्हें हटाने में आसानी होगी। फिर किसी बाहरी व्यक्ति को मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के पहले दिन ही बाबूलाल को अंदर से डर लग रहा है। बकोरिया गोली कांड, तपकरा गोली कांड और मुरहू गोली कांड पर अब बाबूलाल नहीं बोलेंगे।
डोमिसाइल आंदोलन (Domicile Movement) में बाबूलाल मरांडी ने माचिस लगाने का काम किया था। तीन आदिवासी युवकों की मौत हुई थी। इसका खुलासा भी 24 जुलाई को हो जाएगा।