कर्नाटक: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को धमकी भरे फोन (Threatening Phone Calls) करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए जयेश पुजारी के आतंकी संबंध होने के सबूत मिले हैं। इसका पता मामले की चल रही जांच से चला है।
सूत्रों ने शनिवार को बताया कि आरोपी, मंगलुरु का जयेश पुजारी, जो वर्तमान में जेल में है, आतंकवादी अफसर पाशा के संबंध में है, जो 2005 में बेंगलुरु (Bangalore) में भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) पर हुए आतंकी हमले में शामिल था।
पुजारी ने पाशा के साथ मिलीभगत और योजना बनाकर कॉल की
सूत्रों के अनुसार, पाशा, जो वर्तमान में बेलगावी की हिंडालगा जेल में बंद है, का संबंध लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) आतंकवादी संगठन से है।
जांच में आगे पता चला कि पुजारी ने पाशा के साथ मिलीभगत और योजना बनाकर कॉल की थी।
महाराष्ट्र स्पेशल टास्क फोर्स (Maharashtra Special Task Force) के अधिकारियों ने जानकारी इकट्ठा करने के लिए हिंडालगा जेल का भी दौरा किया था।
14 जनवरी को की केंद्रीय मंत्री को पहली कॉल
पुजारी ने 14 जनवरी को केंद्रीय मंत्री को पहली कॉल की और 100 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। उसने रंगदारी नहीं देने पर गडकरी के जन संपर्क कार्यालय को विस्फोट से उड़ाने की धमकी दी थी।
महाराष्ट्र पुलिस ने जांच शुरू की और हिंडालगा जेल (Hindalga Jail) में कॉल का पता लगाया।
उसने 21 मार्च को फिर से गडकरी के जन संपर्क कार्यालय में फोन किया और 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी।
पुजारी को 28 मार्च को महाराष्ट्र पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस मामले को लेकर आरोप पत्र दाखिल करने की तैयारी कर रही है।